भोपाल। मध्यप्रदेश में इन दिनों जानलेवा ओलावृष्टि हो रही है। मंगलवार को डिंडोरी के बाद बुधवार सुबह छतरपुर से भी इसी प्रकार की ओलावृष्टि की खबर आई है। ओले इतनी तेज स्पीड से आ रहे हैं कि ऐसा लगता है जैसे मानो किसी ने आसमान से फायरिंग कर दी हो। नौगांव में सुबह करीब 4:00 बजे अचानक भारी मात्रा में ओलावृष्टि शुरू हुई। हालात ये थे कि पेड़ों पर सो रहे पक्षियों को उड़ने तक का मौका नहीं मिल पाया। हजारों पक्षियों की मौत हो गई।
एक दर्जन से अधिक गांवों में पेड़ और बिजली के खंबे धराशायी हो गए
एक दर्जन से अधिक गांवों में पेड़ और बिजली के खंबे धराशायी हो गए। नौगांव के नजदीक एक झोपड़ी गिरने से उसमें दबकर वृद्धा की मौत हो गई। राजस्व की टीमें क्षेत्रों में नुकसान का आंकलन करने में जुटी हुई है। अंचल में पिछले दो दिनों से मौसम सामान्य था। बुधवार की सुबह लोग नींद से जाग पाते इसके पहले ही भयानक आंधी के साथ ओलावृष्टि शुरू हो गई। भीषण आंधी और ओलावृष्टि से जिले के नौगांव अंचल में सर्वाधिक नुकसान हुआ। कस्बा नौगांव सहित लगभग आधा दर्जन गांवों में बिजली के खंबे, पेड़ धराशायी हो गए।
झोपड़ी के गिरने से वृद्धा की मौत
ओलावृष्टि से जंगल में विचरण कर रहीं मोरों, पेड़ों पर बैठे पक्षियों की मौत हो गई। नौगांव क्षेत्र के बेलाताल रोड पर ग्राम नैगुंवा से लगभग 6 किमी दूर खेत पर बनी एक झोपड़ी के गिरने से वृद्धा की दब जाने से मौत हो गई। 70 वर्षीय वृद्धा भुना कुशवाहा अपने बेटी-दामाद के साथ खेत पर बनी झोपड़ी में रहती थी। आंधी-तूफान ने छतरपुर विधानसभा क्षेत्र के आधा दर्जन से अधिक गांवों को प्रभावित किया है।
आंधी से एक टावर के परखच्चे उड़ गए
रामपुर, ढि़ला, धौरी, खरका, बनपुरा सहित अन्य गांवों में कई लोगों के आशियाने उजड़ गए। ग्राम बनपुरा में आंधी से एक टावर के परखच्चे उड़ गए। खेतों में लगी सब्जी की फसलों को भी भारी नुकसान पहुंचा है। जिला कलेक्टर शीलेंद्र सिंह के निर्देश पर नौगांव और छतरपुर विधानसभा के प्रभावित गांवों में राजस्व की टीमें नुकसान का आकलन करने में जुटी हुई है।