भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि ज़िलों में संक्रमण न फैले, इसके लिए कलेक्टर सभी प्रयास करें। कई जिलों में कलेक्टर ने बहुत अच्छा काम किया है तथा संक्रमण को रोक दिया है। अन्य स्थानों पर भी इसी तरह का कार्य किया जाए। लॉक डाउन का सख्ती से पालन करें। मरीजों के इलाज की उत्कृष्ट व्यवस्था हो। सभी ज़िलों में अस्पताल में आई.सी.यू. हों, जिससे मरीजों को अन्यत्र रैफर न करना पड़े। श्री चौहान आज मंत्रालय में प्रदेश के सभी कलेक्टरों एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे।
पूरी तरह सील रहे संक्रमित क्षेत्र
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि सभी संक्रमित क्षेत्र पूरी तरह से सील रहें, यह सुनिश्चित किया जाए तथा उसके अंदर हो रही गतिविधियों पर नजर रखी जाए। यह भी देखा जाए कि संक्रमित क्षेत्र का आकार अनावश्यक रूप से बड़ा तो नहीं है। यदि ऐसा है, तो उसे पुनः निर्धारित किया जाए। जिन क्षेत्रों में अब कोई भी संक्रमित मरीज नहीं है, उन्हें संक्रमण मुक्त किए जाने के संबंध में जिला क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के साथ बैठक कर निर्णय लिया जाए।
3 मई के बाद की स्थिति के संबंध में रिपोर्ट
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि कलेक्टर अपने जिले के क्राइसिस मैनेजमेंट समूह की बैठक कर जिले की परिस्थितियों के अनुसार यह देखें कि वहाँ 3 मई के बाद लॉक डाउन की क्या स्थिति रहनी चाहिए। इसके अनुसार रिपोर्ट एक मई तक प्रस्तुत करें।
बिना स्क्रीनिंग के न आएं मजदूर
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि कलेक्टर यह सुनिश्चित करें कि उनके जिलों में कोई भी मजदूर बिना स्क्रीनिंग के ना अन्यत्र जाए और ना दूसरे स्थान से उनके जिलों में आये। जिलों में आने वाले मजदूरों की स्क्रीनिंग आवश्यक रूप से की जाए।
निर्माण कार्य और मनरेगा के कार्य कराएं
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि संक्रमण मुक्त जिलों में वहाँ की परिस्थितियों के अनुरूप गाइड लाइन के अनुसार निर्माण कार्य तथा मनरेगा के कार्य प्रारंभ कराए जाएँ। कार्यों की जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से प्रसारित की जाए, जिससे लोग उसका लाभ ले सकें।
विवाह के लिए अनुमति दें
लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि चार-पाँच व्यक्तियों द्वारा घर पर ही विवाह किए जाने पर कोई रोक नहीं है। यदि इस संबंध में कोई अनुमति मांगता है, तो उसे कलेक्टर अनुमति दें।
30 अप्रैल से खुलेगा वल्लभ भवन
मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस ने बताया कि अधिकतम 30% उपस्थिति के साथ 30 अप्रैल से वल्लभ भवन में कार्य प्रारंभ हो जाएगा। उन्होंने निर्देश दिए कि यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी संक्रमित क्षेत्रों से ना आए। अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन श्री के.के. सिंह ने बताया कि कल से सिर्फ प्रथम श्रेणी एवं द्वितीय श्रेणी के अधिकारी वल्लभ भवन आएंगे।
जिलों को दिए निर्देश
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रत्येक जिले में कोरोना की स्थिति की समीक्षा करते हुए कलेक्टरों को आवश्यक निर्देश दिए। खरगोन में संक्रमण की दर अधिक होने से वहाँ विशेष ध्यान दिए जाने के निर्देश दिए। धार में क्वारेंटाइन सेंटर्स पर डिस्टेंसिंग आदि का पूरा पालन किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि होम क्वॉरेंटाइन को प्राथमिकता दी जाए। जबलपुर एवं खंडवा जिले को टेस्टिंग मशीन दिलवाई जाए। उज्जैन जिले में इलाज की बेहतर व्यवस्था की जाए। भोपाल से उज्जैन मॉनिटरिंग के लिए भेजे गए अधिकारी श्री नीतीश व्यास ने वहाँ की व्यवस्थाओं की विस्तार से जानकारी दी। विदिशा जिले में संक्रमण रोकने की उत्कर्ष व्यवस्थाओं की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्य जिले भी इन्हें अपनाएँ। बताया गया कि शिवपुरी, मुरैना, बैतूल, रतलाम, शिवपुरी, अलीराजपुर और राजगढ़ में 10 दिन से अधिक से कोई भी कोरोना पॉजिटिव प्रकरण नहीं है।
स्वास्थ्य अमला अपने स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखे
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि स्वास्थ्य अमला अपने स्वास्थ्य का भी पूरा ध्यान रखे तथा पूरी सुरक्षा के साथ पीपीई किट मास्क, ग्लब्स आदि का इस्तेमाल करते हुए अपना कार्य करें। टेस्टिंग के लिए सैंपल लेते समय आईसीएमआर की गाइड लाइन का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाए। श्री चौहान ने उपचार में लगे चिकित्सकों एवं स्टाफ को उपचार संबंधी प्रोटोकॉल का पूरा पालन करने के निर्देश दिए।
निजी चिकित्सालय चालू रहें
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि सभी जिलों में निजी चिकित्सालय चालू रहें तथा अन्य बीमारियों का इलाज करते रहें। नर्सिंग होम एसोसिएशन तथा आईएमए द्वारा जिलों में मोबाइल के माध्यम से नि:शुल्क उपचार सलाह देने पर सहमति दी गई है। उनके प्रतिनिधियों से चर्चा कर यह कार्य प्रारंभ कराने के निर्देश दिये गये।
बैठक में लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री नरोत्तम मिश्रा, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मोहम्मद सुलेमान, अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन श्री के.के. सिंह और प्रमुख सचिव श्री संजय शुक्ला उपस्थित थे।