इंदौर। छत्रीपुरा थाने के एएसआइ, सिपाही और ड्राइवर में कोरोना संक्रमण की पुष्टि होते ही हड़कंप मच गया। 16 दिन पहले उनके सैंपल भेजे गए थे। तब से वे स्टाफ के साथ काम कर रहे थे। एक ही होटल में रुके और साथ खाना भी खाया। मंगलवार दोपहर स्वास्थ्य विभाग की टीम के सैंपल लेने से इन्कार करने पर स्टाफ ने स्क्रीनिंग दल का विरोध कर दिया और काम बंद कर थाने से बाहर आ गया।
एएसआइ के पास ड्यूटी लगाने, एफआइआर और थाने के रिकॉर्ड का जिम्मा भी था। कुछ समय पूर्व टाटपट्टी बाखल में स्वास्थ्य अमले पर हमला करने वाले आरोपितों के बारे में उन्होंने जानकारी भी दर्ज की। उनके साथ ही सिपाही और ड्राइवर ने 12 अप्रैल को कोविड-19 की जांच कराई थी। सोमवार को उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
पुलिसकर्मियों का कहना था कि वे सभी गंगवाल बस स्टैंड स्थित जिस होटल में रुके हुए थे, उसमें अन्य लोग भी ठहरे हुए हैं। ड्राइवर जो गाड़ी चलाता था, उसमें एसआइ-टीआइ और एएसआइ भी बैठते थे। ऐसे में अन्य लोगों में संक्रमण फैलने का खतरा है। उनके सैंपल लिए जाएं। डॉक्टर ने यह कहते हुए जांच से इन्कार कर दिया कि कलेक्टर की अनुमति के बिना सैंपल नहीं ले सकते। इससे पुलिसकर्मी नाराज हो गए। उन्होंने कहा कि थाने के बारे में सोशल मीडिया पर खबरें चल रही हैं। परिजन और रिश्तेदार तनाव में हैं। जब तक जांच नहीं हो जाती, कैसे काम करेंगे।
करीब आधा घंटा हंगामा चलता रहा। टीआइ आरएनएस भदौरिया ने सभी को समझाया और अफसरों से बात की। इसके बाद करीब 52 लोगों की स्क्रीनिंग हुई। नौ लोगों के सैंपल लिए। तापमान ज्यादा मिलने वाले नौ अन्य लोगों के भी सैंपल लिए जाएंगे।