भोपाल। पिछले 4 दिनों से मध्यप्रदेश में चल रहे सियासी घमासान के बीच गायब 4 विधायकों में से एक से कांग्रेस सरकार का संपर्क हो गया है। जिसके चलते चारों विधायकों की भी जल्द ही वापसी की बात सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि गायब निर्दलीय विधायक ठाकुर सुरेंद्र सिंह शेरा की कमलनाथ से फोन पर बात हो गई है।
जिसके चलते उनके जल्द ही भोपाल में वापस आने की संभावनाएं जताई जा रही है। बताया जाता है कि सुरेंद्र सिंह शेरा शाम 7 बजे बेंगलुरु से इंदौर के लिए रवाना होंगे उसके बाद वह भोपाल आएंगे। इस दौरान फोन पर शेरा ने बेंगलुरु एयरपोर्ट पर घेरे जाने की बात भी कमलनाथ को बताई जिसके बाद सीएम कमलनाथ ने पूरी उन्हें सुरक्षा का आश्वासन दिया है।
इस संबंध में निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा का एक बयान सामने आ रहा है। जिसमें उन्होंने कहा कि वह हॉर्स ट्रेडिंग (Horse Trading) के वक़्त बंगलौर में थे। इसी बीच उन्हें कुछ अज्ञात लोगों ने आकर घेर लिया।
उनके मुताबिक मेरे साथ साथ मेरे पूरे परिवार को बेंगलुरु एयरपोर्ट पर घेर लिया गया था। सभी अज्ञात 4 से 5 गाड़ियों में मौजूद थे। दरअसल सुरेंद्र सिंह शेरा (Surendra Singh Shera) उन विधायकों में से हैं जिन्हे लगातार मिसिंग बताया जा रहा था। ज्ञात हो कि लगातार 3 कांग्रेस विधायक और 1 निर्दलीय विधायक के मिसिंग की खबर सामने आ रही थी।
सूत्रों से पता चला कि वह भोपाल आ रहे हैं। बता दें कि जिस वक़्त उन्हें घेराव करने की कोशिश की जा रही थी उस दौरान बहुत ही कम वक़्त में बेंगलुरु पुलिस स्थल पर पहुँच गई और अज्ञात फरार हो गए। वहीं अब ये बात भी चर्चा में है कि कुछ अज्ञात लोगों द्वारा शेरा को रोके जाने की जो बात समाने आ रही थी, वह वास्तव में सुरक्षाकर्मी थे, जिन्होंने सुरक्षा कार्य के चलते शेरा को कुछ देर रोका था।
4 दिन : ऐसे समझें मध्य प्रदेश का सियासी ड्रामा...
- 3 मार्च को दिग्विजय सिंह ने सुबह ट्वीट कर भाजपा पर हॉर्स ट्रेडिंग के आरोप लगाए और कहा कि कांग्रेस विधायकों को दिल्ली ले जाया गया। शाम को पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह दिल्ली पहुंचे। कांग्रेस ने देर रात दावा किया कि भाजपा ने कांग्रेस के 6, बसपा के 2 और एक निर्दलीय विधायक को गुड़गांव के आईटीसी मराठा होटल में बंधक बनाया। भोपाल से मंत्री जीतू पटवारी और जयवर्धन सिंह को दिल्ली भेजा गया।
- 4 मार्च को दोपहर को सपा के राजेश शुक्ला (बब्लू), बसपा के संजीव सिंह कुशवाह, कांग्रेस के ऐंदल सिंह कंसाना, रणवीर जाटव, कमलेश जाटव और बसपा से निष्कासित राम बाई भोपाल पहुंचीं। कांग्रेस के बिसाहूलाल, हरदीप सिंह डंग, रघुराज कंसाना और निर्दलीय सुरेंद्र सिंह शेरा की लोकेशन नहीं मिल रही थी। दिग्विजय ने फिर आरोप लगाया कि भाजपा ने 4 विधायकों को जबरन गुड़गांव से बेंगलुरु शिफ्ट किया है।
- 5 मार्च को कांग्रेस विधायक हरदीप सिंह डंग ने विधानसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा भेज दिया। कांग्रेस के एक अन्य लापता विधायक बिसाहूलाल सिंह के बेटे ने उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट भोपाल के टीटी नगर थाने में दर्ज कराई।
- 6 मार्च को यानि आज कमलनाथ ने कैबिनेट की बैठक ली, सभी विधायकों को भोपाल बुलाया। दिल्ली में तोमर के घर भाजपा नेताओं की बैठक जारी। वहीं इसी बीच भाजपा हटा विधायक पीएल तंतुवाय के गायब होने की खबरें आईं। दोपहर में वे सामने आए और कहा- मेरा फोन बंद था, गायब नहीं हुआ।
शेरा पहले भी दर्द कर चुके हैं बयां...
इससे पहले बुरहानपुर के निर्दलीय विधायक ठाकुर सुरेंद्र सिंह शेरा का कमलनाथ सरकार में मंत्री नहीं बनाए जाने को लेकर एक बार दर्द छलक चुका है। इस दौरान उन्होंने कहा था कि सीएम कमलनाथ ने उन्हें दो बार मंत्री बनाए जाने का आश्वासन दिया। एक बार जब वे जीतकर भोपाल पहुंचे तब, दूसरी बाद जब लोकसभा चुनाव में पत्नी ने नामांकन दाखिल किया। इसके बाद अब तक की पूरी कहानी सबके सामने है। मंत्री बनाए जाने के पीछे शेरा का तर्क है कि वे अपने विस क्षेत्र के लिए काफी काम करना चाहते हैं। मेरे मंत्री बनने से पॉवर बढ़ेगा, ऐसे में मेरे क्षेत्र में विकास की गति और तेज हो जाएगी।