श्रीनगर। नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला नजरबंदी से रिहा होने के एक दिन बाद अपने बेटे और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से मिले। पिछले सात महीने में पिता और बेटे की यह पहली मुलाकात थी। रिहाई के बाद फारूक ने उमर से मिलने की इच्छा जाहिर की थी। इसके बाद जम्मू कश्मीर प्रशासन ने उन्हें श्रीनगर के उप जेल में उमर से मिलने की इजाजत दे दी थी। दोनों करीब एक घंटे तक साथ रहे। फारूक के साथ अब्दुल्ला परिवार के अन्य सदस्यों की भी उमर से मुलाकात हुई।
उमर को 4 अगस्त को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने से पहले हिरासत में लिया गया था। उन्हें 5 फरवरी से पब्लिक सेफ्टी एक्ट के तहत हिरासत में रखा गया है। पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती समेत कई नेता अभी भी नजरबंद हैं।
गुलाम नबी आजाद फारूक से मिलने पहुंचे
कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद फारूक से मिलने शनिवार को उनके घर पहुंचे। गुलाम नबी अगस्त से ही फारूक समेत कश्मीर में नजरबंद सभी नेताओं को रिहा करने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने संसद के शीत सत्र के दौरान भी जम्मू कश्मीर के नजरबंद नेताओं का मुद्दा उठाया था। नजरबंद नेताओं की रिहाई के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाने वालों में गुलाम नबी भी शामिल हैं।
रिहाई के बाद कहा था- मेरी आजादी अभी अधूरी
शुक्रवार को रिहाई के बाद फारूक ने कहा था कि मेरी आजादी तब तक अधूरी है, जब तक उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती व अन्य नेताओं की रिहाई नहीं हो जाती। उम्मीद है भारत सरकार अब उन सभी को रिहा करेगी, जिन्हें राजनीतिक हिरासत में लिया गया था। मैं उन सभी का शुक्रिया करता हूं, जिन्होंने मेरी रिहाई के लिए दुआएं की हैं।