उज्जैन. शहर में पाटीदार अस्पताल के सिक्योरिटी गार्ड अशोक चौहान (52) की सोमवार शाम को विवेकानंद कॉलोनी मार्ग पर स्कूटी से आए युवकों ने चाकू घोंपकर हत्या कर दी। सिक्योरिटी गार्ड शाम को शास्त्री नगर स्थित घर से पैदल ड्यूटी के लिए निकला था। इसी दौरान रैकी कर बदमाशों ने वारदात की। हमलावर का मृतक की बहन के घर पर आता-जाता था। सिक्योरिटी गार्ड अशोक द्वारा इसी को लेकर आपत्ति लिए जाने पर उसकी हत्या की बात सामने आई है।
लॉकडाउन के दौरान नीलगंगा थाना क्षेत्र में ही 28 दिन के अंदर हत्या की यह दूसरी घटना है। शाम साढ़े छह बजे करीब गार्ड अशोक घर से रोज की तरफ ड्यूटी के लिए जा रहा था। रास्ते में स्कूटी से दो बदमाश उसके पास आकर रुके और उस पर चाकू से हमला कर दिया। सीने व पेट पर चाकू लगने से अशोक वहीं पर गिर गया और खून अधिक बहने से मौके पर ही उसकी मौत हो गई। सूचना मिलते ही एसएसपी सचिन अतुलकर घटनास्थल पर पहुंचे। टीआई कुलवंत जोशी ने बताया कि मृतक के घर के पास ही उसकी बहन राजकुमारी रहती है, जहां शेरू नामक युवक का आना-जाना है। इसी को लेकर अशोक आपत्ति लेता था। हमलावरों के सीसीटीवी फुटेज भी सामने आए हैं, जिसमें शेरू की पहचान हुई है। उसकी तलाश में दबिश दी जा रही है।
तीन दिन पहले ही हमलवार को अस्थायी जेल भिजवाया था
बदमाश शेरू के खिलाफ तीन दिन पहले ही प्रतिबंधात्मक कार्रवाई करते हुए उसे अस्थायी जेल भी भिजवाया गया था। पुलिस ने बताया कि राजकुमारी ने अपने भाई अशोक के खिलाफ सूचना दी थी कि वह घर के सामने अर्धनग्न घूमता है। पुलिस मौके पर पहुंची तो पता चला कि अशोक वहां आने वाले शेरू को लेकर आपत्ति लेता है, इसलिए बहन ने झूठी शिकायत कर भाई को फंसाने का प्रयास किया। पुलिस ने शेरू को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई करते हुए अस्थायी जेल भिजवाया था। जेल से आने के बाद से ही वह रंजिश रखे हुए था।
मां-बेटी मौके पर पहुंची तो बदहवास होकर गिर पड़ी
घटनास्थल पर अशोक की पत्नी मंजू व बेटी तनू को पुलिस शिनाख्त के लिए लेकर आई। यहां मां-बेटी बदहवास हो गई और जमीन पर गिर पड़ी। पुलिस ने दोनों को संभाला।