भोपाल. कोरोना से जंग में विशेषज्ञ मरीजों की जल्द पहचान और तुरंत इलाज को ही सबसे बड़ा हथियार बता रहे हैं, लेकिन राजधानी में एक महीने बाद भी यह व्यवस्था पटरी पर नहीं आ पाई है। 22 मार्च को शहर में पहला कोरोना पॉजिटिव मिला था, उसके बाद से 10 हजार 351 लोगों के सैंपल लिए गए हैं। इनमें से 6 हजार 932 की ही रिपोर्ट आई है। रिपोर्ट के लिए 15 दिन तक भी इंतजार करना पड़ रहा है। स्थिति यह है कि रोज करीब 1800 सैंपल जांच के लिए भोपाल पहुंच रहे हैं, लेकिन हमारी पांच लैब की जांच क्षमता करीब 1100 सैंपल ही है। यानी रोज 700 सैंपल पेंडिंग हो रहे हैं। दिल्ली, पुदुचेरी की लैब से भी समय पर रिपोर्ट नहीं मिल पा रही है। इसके कारण कहीं मरीज वार्ड दर वार्ड भटक रहे हैं तो कहीं कोरोना करियर बनकर परिजन व डॉक्टर्स के लिए भी जोखिम बढ़ा रहे हैं।
जवाब देखिए...
एसएमएस नहीं आया ताे समझाे रिपाेर्ट निगेटिव है
सैंपल लेते वक्त लोगों से कहा जाता है कि 3-4 दिन में रिपाेर्ट आ जाएगी। सूचना एसएमएस से मिलेगी। एसएमएस न पहुंचे तो एपिडेमियाेलाॅजिस्ट डाॅ. रश्मि जैन के नंबर 9424476989 पर संपर्क कर सकते हैं। हफ्तेभर बाद भी रिपाेर्ट नहीं मिलने पर लोग संपर्क करते हैं तो जवाब मिलता है, अगर एसएमएस नहीं आया तो समझें रिपाेर्ट निगेटिव है।
जांच की क्षमता से रोजाना करीब 700 सैंपल ज्यादा आ रहे भोपाल की पांच लैब में
ये है जांच का सिस्टम
जेपी व जीएमसी के डाॅक्टराें की टीम इलाकाें से सैंपल ले रही हैं। सैंपल जेपी और जीएमसी की लैब में जमा किए जा रहे हैं। जीएमसी के सैंपल ही जांच वहीं होती है बाकी सैंपल एम्स, बीएमएचआरसी, एनआईएचएसएडी व चिरायु भेजे जा रहे हैं।
इसलिए आ रही परेशानी
शहर की 5 लैब में जांच की जा रही है। हर दिन 1100 से अधिक सैंपल की जांच हो रही है। लैब में भाेपाल जिले के साथ ही रायसेन, राजगढ़, विदिशा और सीहोर से भी सैंपल आ रहे हैं। 1800 सैंपल रोज आ रहे हैं जबकि क्षमता कम है।
खास की रिपाेर्ट 2-3 दिन में
स्वास्थ्य विभाग में पदस्थ पीसी थाॅमस का सैंपल 7 अप्रैल काे लिया था। महज 48 घंटे में 9 अप्रैल काे रिपाेर्ट आ गई।
जहांगीराबाद थाने में पदस्थ एसअाई गिरीश त्रिपाठी का सैंपल 4 अप्रैल काे लिया था। जांच रिपाेर्ट 7 अप्रैल काे आ गई।
आम की रिपोर्ट 15 दिन बाद भी नहीं
संजीव नगर निवासी 45 वर्षीय व्यक्ति का सैंपल 11 अप्रैल काे लिया गया था, लेकिन अभी तक रिपाेर्ट नहीं मिली है।
साजिदा नगर निवासी 41 वर्षीय व्यक्ति का सैंपल 12 अप्रैल काे लिया गया था, उन्हें रिपोर्ट का इंतजार है।
ऐसे में कैसे जीतेंगे जंग
10 हजार 351 सैंपल हुए हैं अब तक
6 हजार 932 रिपोर्ट ही आई है
3419 रिपोर्ट पेंडिंग इसमें कुछ सैंपल रिजेक्ट भी हुए
1100 है शहर की पांच लैब की क्षमता
1800 सैंपल औसत आ रहे हैं रोज
रिपोर्ट में देरी...
जाेखिम बढ़ा रहे संदिग्ध
- बैरागढ़ की 71 वर्षीय महिला काे किडनी की परेशानी थी। हमीदिया ले गए। काेविड ऑब्जर्वेशन वार्ड में भर्ती किया। 23 अप्रैल काे रिपाेर्ट निगेटिव बताकर मेडिकल वार्ड में शिफ्ट किया। 24 की सुबह रिपाेर्ट पाॅजिटिव बताकर काेविड वार्ड में भर्ती किया। उसी दिन शाम काे जब परिजन ने डाॅक्टर से पूछा ताे रिपाेर्ट फिर निगेटिव बताई गई।
- नवाब काॅलाेनी के दाे परिवाराें के 8 लाेगाें काे 17 अप्रैल काे जांच कराकर क्वारेंटाइन सेंटर भेजा। 22 काे अफसरों ने यह कहकर घर भेज दिया कि आपको कुछ नहीं है। 23 अप्रैल काे सुबह अफसराें ने फाेन करके बताया कि सभी की रिपाेर्ट पाॅजिटिव आई है।
- जेपी की महिला कर्मचारी की रिपाेर्ट समय पर नहीं मिली। जिस दिन रिपाेर्ट पॉजिटिव आई वह अस्पताल में ही ड्यूटी कर रही थी।