नई दिल्ली। सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर तीन रुपये प्रति लीटर की दर से एक्साइज ड्यूटी (उत्पाद शुल्क) बढ़ा दिया है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमतों में गिरावट से लाभ लेने के प्रयासों के तहत सरकार ने शनिवार को यह कदम उठाया है।
एक आधिकारिक अधिसूचना में कहा गया है कि पेट्रोल पर विशेष उत्पाद शुल्क प्रति लीटर दो रुपये बढ़ाकर आठ रुपये कर दिया है तो वहीं डीजल पर यह शुल्क दो रुपये बढ़कर अब चार रुपये प्रति लीटर हो गया है। इसके अलावा पेट्रोल और डीजल पर लगने वाला सड़क उपकर भी एक-एक रुपये प्रति लीटर बढ़ाकर 10 रुपये कर दिया गया है। एक्साइज ड्यूटी में बढ़ोतरी का नतीजा सामान्य तौर पर पेट्रोल और डीजल की कीमतों में वृद्धि के रूप में सामने आता है लेकिन यह अंतरराष्ट्रीय दरों में गिरावट के हिसाब से समायोजित हो जाएगी और कीमतों में इजाफा नहीं होगा।
लगातार दूसरे दिन घटे पेट्रोल, डीजल के दाम
पेट्रोल और डीजल के दाम में शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन गिरावट दर्ज की गई थी। पेट्रोल का दाम दिल्ली और मुंबई में 14 पैसे जबकि कोलकाता में 13 पैसे और चेन्नई में 15 पैसे प्रति लीटर घट गया है। डीजल की कीमत दिल्ली और कोलकाता में 15 पैसे जबकि मुंबई और चेन्नई में 16 पैसे घटे थे।
इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल का दाम शुक्रवार को घटकर क्रमश: 70 रुपये, 72.70 रुपये, 75.70 रुपये और 72.71 रुपये प्रति लीटर हो गया है। चारों महानगरों में डीजल की कीमत भी घटकर क्रमश: 62.74 रुपये, 65.07 रुपये, 65.68 रुपये और 66.16 रुपये प्रति लीटर हो गई थी।
लगातार दो दिनों में देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 29 पैसे प्रति लीटर सस्ता हो गया है और डीजल की कीमत 27 पैसे प्रति लीटर घट गई है। उधर, अंतरार्ष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में लगातार नरमी बनी हुई है, जिससे आने वाले दिनों में पेट्रोलऔर डीजल के दाम में और गिरावट आने की संभावना बनी हुई है।
एंजेल ब्रोकिंग के एनजीर् एवं करेंसी रिसर्च मामलों के डिप्टी वाइस प्रेसीडेंट अनुज गुप्ता ने बताया कि अंतरार्ष्ट्रीय बाजार में इस सप्ताह कच्चे तेल के दाम में भारी गिरावट आई है और अभी तेजी की कोई संभावना नहीं दिख रही है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस का कहर दुनियाभर में गहराता जा रहा है और तेल बाजार की हिस्सेदारी को लेकर छिड़ी जंग के कारण तेल के दाम पर दबाव बना हुआ है। गुप्ता ने कहा कि अगर कच्चे तेल का भाव इसी तरह नीचे रहा तो आने वाले दिनों मे पेट्रोल और डीजल के दाम में बड़ी गिरावट देखने को मिल सकती है।
अंतरार्ष्ट्रीय वायदा बाजार इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज (आईसीई) पर ब्रेंट क्रूड के मई अनुबंध में पिछले सत्र से 1.02 फीसदी की गिरावट के साथ 32.88 डॉलर पर कारोबार चल रहा था। न्यूयार्क मर्केंटाइल एक्सचेंज (नायमैक्स) पर अप्रैल डिलीवरी अमेरिकी लाइट क्रूड वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) के अनुबंध में 1.05 फीसदी की गिरावट के साथ 31.63 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था।