इंदौर। मध्य प्रदेश के सबसे करोड़पति उद्योगपतियों के शहर इंदौर में SR25 ASHA CONFECTIONARY पीले रंग की फेरारी कार को अपनी पहचान बनाया करते थे। आज सारा देश यह जानने की कोशिश कर रहा है कि पीले रंग की फेरारी कार इंदौर में किस उद्योगपति की है।
दरअसल घटना ही कुछ ऐसी हुई है। जिस फेरारी कार को देखकर बड़े-बड़े अफसर बस ताकते रह जाते हैं, सुखालिया चौराहे पर पुलिस ने दबोच लिया। इतना ही नहीं फेरारी में सवार युवराज को उतारकर उठक बैठक भी लगवाई। आशा कन्फेक्शनरी के युवराज पुलिस को अपने पास मौजूद पास दिखा रहे थे परंतु पुलिस का कहना था कि आपने फेस मास्क क्यों नहीं यूज़ किया। बताने की जरूरत नहीं कि इंदौर में कोरोनावायरस के 1000 से ज्यादा मरीज हैं। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर पेट्रोल की आग की तरह वायरल हुआ है। सारा देश यह जानने की कोशिश कर रहा है कि पीले रंग की फेरारी कार किसकी है और उठक बैठक लगाने वाले युवराज कौन है।
फरारी कार MP09CW0001 की कुण्डली
Registration No: MP09CW0001
Owner Sr No : 1
Registration Date : 14-09-2017
Owner's Name: ASHA CONFECTIONARY
Issue Date : 29-09-2017
Permanent Address: 13 - C,13-B 1 SECTOR-C SANWER ROAD INDUSTRIAL AREA, INDORE
SR25 (Asha Confectionery) are a leading name in manufacturing,trading, exporting and supplying a wide array of candy, sugar boiled & jelly confectionery. (हिंदी: आशा कन्फेक्शनरी में कैंडी, चॉकलेट, केक, जेली और ऐसे ही कई कन्फेक्शनरी आइटम बनाए जाते हैं। यहां से एक्सपोर्ट लिखे जाते हैं। बाजार में इनके उत्पादों पर SR25 लिखा हुआ दिखाई देता है।) पता: 13-B-1, 13-C, Sanwer Rd Industrial Area, Sector C, Sanwer Road Industrial Area, Indore, Madhya Pradesh 452015
आशा कन्फेक्शनरी के मालिक का नाम दीपक दरयानी (Deepak Dariyani) है।
कार देखकर ही उनकी बर्ताव बदल गया: संस्कार दरयानी
इस मामले में युवक संस्कार दरयानी का कहना कि मैं अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श में अकेले जा रहा था। इस दौरान चौराहे पर मौजूद नगर सुरक्षा समिति के लोगों ने मेरी कार रोक ली, जिसके बाद मैंने कार को एक साइड में लगा दिया। कार देखकर ही उनकी बर्ताव बदल गया वो अपनी ड्यूटी का गुस्सा मुझ पर दिखाने लगे। मैं कार में मास्क इसलिए नहीं पहना था क्योंकि मैं उसमें अकेला था।
डंडा दिखाकर वीडियो बनाते रहे और पूरी टीम हंसती रही: संस्कार दरयानी
युवक का कहना है कि इसके बाद उन्होंने मुझ पर कमेट्स किए और फिर उठक-बैठक लगाने के लिए कहा। मैंने उन्हें अपना पास भी बताया जो बाणगंगा पुलिस थाने से जारी किया गया था, पर उन्होंने मुझसे कहा कि इसे कार के अंदर फेंक दो। इसके बाद वो मुझे डंडा दिखाकर वीडियो बनाते रहे और पूरी टीम हंसती रही।
हम रोज 10 हजार पैकेट भोजन का वितरण करते हैं: संस्कार दरयानी
युवक संस्कार दरयानी का कहना है कि लॉकडाउन के दौरान हम 10 हजार पैकेट भोजन का वितरण नगर निगम में कर रहे हैं, इसके साथ ही दिन और रात में ड्यूटी पर लगे अधिकारियों और पुलिसकर्मियों को भी चाय बांटते हैं। फिर भी मेरे साथ ऐसा व्यवहार हुआ जो ठीक नहीं है।