कोरोना पॉजिटिव का 10 हॉस्पिटल ने नहीं किया का इलाज, एंबुलेंस में मौत

Posted By: Himmat Jaithwar
4/25/2020

इंदौर। कोरोना पॉजिटिव एक बुजुर्ग मरीज ने शुक्रवार शाम अस्पताल के बाहर दम तोड़ दिया। 65 साल का यह मरीज तीन दिन से गोकुलदास अस्पताल में भर्ती था। गुरुवार रात आई कोरोना जांच रिपोर्ट में पॉजिटिव होने का पता चला। इस पर उसे अरबिंदो अस्पताल शिफ्ट करने के लिए रवाना कर दिया गया। वहां बुजुर्ग से कहा गया कि इलाज की फाइल नहीं है, ऐसे में भर्ती नहीं किया जा सकता। अंततः इंतजार में अस्पताल के बाहर ही मरीज ने दम तोड़ दिया। बुजुर्ग के परिवार में 22 लोग हैं। आधे से ज्यादा सदस्य बुखार और खांसी से पीड़ित हैं। उन्होंने शुक्रवार शाम वाट्सएप ग्रुप पर वीडियो जारी कर मदद की गुहार लगाई। 

माणिकबाग रोड स्थित नंदनवन कॉलोनी में रहने वाले बुजुर्ग के परिवार के लोग वीडियो में गुहार लगाते दिखे कि घर में कई लोग बुखार और खांसी से पीड़ित हैं। प्रशासन की ओर से कोई आकर मदद करे। इसके बाद शाम करीब 7 बजे उनके घर पर स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची। टीम ने परिवार के लोगों से जानकारी लेते हुए दवाइयां दीं और क्वारंटाइन रहने की हिदायत की। परिवार के एक सदस्य के मुताबिक टीम के साथ आई एक मैडम हमें नंबर देकर गई है कि तकलीफ बढ़े तो फोन करना। तब तक उन्होंने क्वारंटाइन में रखने के लिए कहीं व्यवस्था करने की बात कही है।

परिवार के सदस्य अस्पतालों की बेरुखी और घर के एक सदस्य की मौत से घबरा गए हैं। एक सदस्य ने बताया कि  कि हमारे बाबा (मृतक) को चार दिन पहले बुखार था। हम उन्हें लेकर शहर के करीब 10 अस्पतालों में गए। सभी ने इलाज करने से मना कर दिया। शाम को लौटे तो बाबा हिम्मत हार चुुके थे। अगले दिन एक परिचित डॉक्टर की सिफारिश पर गोकुुलदास अस्पताल में भर्ती किया गया। तीन दिन वहीं इलाज चलता रहा। गुरुवार रात पॉजिटिव रिपोर्ट आई तो एंबुलेंस में अरबिंदो अस्पताल शिफ्ट होने के लिए रवाना कर दिया गया। वहां कहा गया कि जब तक फाइल नहीं होगी, अंदर नहीं लेंगे। आधा घंटे बाद उन्होंने एंबुलेंस में दम तोड़ दिया। हमें समझ नहीं आ रहा है कि गोकुलदास से उन्हें भेजा गया था तो फाइल वहां कैसे रह गई।



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