भोपाल। तंत्र मंत्र और देसी तरीकों से इलाज करने वाले लोगों को पुलिस गिरफ्तार कर लेती है परंतु यदि सबसे प्रतिष्ठित सरकारी अस्पतालों में देसी तरीकों से इलाज किया जाए और इसके कारण मरीज की मौत हो जाए तब पुलिस कोई कार्रवाई क्यों नहीं करती। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के सबसे प्रतिष्ठित हमीदिया सरकारी हॉस्पिटल में डायबिटीज के मरीज को मिठाई खिला दी गई। इसके कारण मरीज की मौत हो गई।
हमीदिया अस्पताल में गुरुवार देर रात पुतलीघर निवासी 70 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि पहले इनका शुगर लेवल लो हो गया था। इस पर मिठाई खिलाई गई तो शुगर लेवल बढ़ गया। इसके साथ ही बीपी भी बढ़ा। इसके चलते मौत हो गई। गैस पीड़ित संगठन इन्हें गैस पीड़ित मरीज बता रहे है।
जब संरक्षण के लिए कड़ा कानून तो लापरवाही पर कड़ी सजा क्यों नहीं
इस तरह की घटनाओं के बाद सवाल उपस्थित होता है कि जब डॉक्टरों को मरीजों के परिजनों से संरक्षित करने के लिए विशेष प्रकार का कानून बनाया गया है तो फिर डॉक्टर की लापरवाही पर सजा देने के लिए कड़ा कानून क्यों नहीं बनाया गया। क्यों नियमों को कुछ इस तरीके से बनाया गया है जो डॉक्टरों को जानलेवा लापरवाही के लिए प्रोत्साहित एवं संरक्षित करता है।