जबलपुर। मप्र की संस्कारधानी में एक दंपति ने अपने बेटे की मौत से आहत होकर फांसी लगाकर जान दे दी।मृतक जम्मू-कश्मीर रायफल रेजिमेंट में नायब सूबेदार था। शहर के कैंट थाना क्षेत्र स्थित आर्मी परिसर में हुई इस घटना से हड़कंप मच गया। लोगों के मुताबिक गुरुवार सुबह दंपति के तीन साल के बच्चे की बीमारी के कारण मौत हो गई थी। इस गम को बच्चे के माता-पिता बर्दाश्त न कर सके और उन्होंने भी अपनी जान दे दी।
एएसपी संजीव उइके के मुताबिक सूबेदार जितेंद्र ने गुरुवार सुबह अपने तीन साल के बच्चे की मौत के बाद उसका अंतिम संस्कार किया और घर लौट आए। इसके बाद पड़ोसी ने दोपहर को उन्हें खाना पहुंचाया। शाम को तकरीबन पांच बजे जब पड़ोसी उनसे मिलने के लिए पहुंचा तो आवाज दिए जाने के बावजूद किसी ने दरवाजा नहीं खोला। पड़ोसी को संदेह हुआ और उन्होंने आस-पास के लोगों को बुलाकर किसी तरह दरवाजा खोलकर घर में प्रवेश किया जहां दोनों पति-पत्नी फांसी के फंदे से झूल रहे थे।
एएसपी के मुताबिक पड़ोसियों ने पुलिस को जानकारी दी कि बच्चे की मौत के बाद दोनों पति-पत्नी सदमे में थे और किसी से बात नहीं कर रहे थे। पुलिस ने उनके शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाते हुए घटना के संबंध में मृतकों के परिजनों को सूचना दे दी है।
5 साल पहले बड़े बेटे की मौत
पांच साल पहले 2015 में भी उनके चार साल के बेटे की बीमारी के कारण मौत हो गई थी। तब किसी तरह उन्होंने खुद को संभाल लिया था और नए सिरे से जिंदगी की शुरुआत की थी। लेकिन दूसरे बेटे की मौत ने उनकी हिम्मत को पूरी तरह से तोड़ दिया और गमगीन होकर उन्होंने अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली।