भोपाल| मध्य प्रदेश में सियासी घमासान के बीच ज्योतिरादित्य सिंधिया गुट के 6 मंत्री और विधायक थोड़ी देर में भोपाल पहुंचेंगे। बेंगलुरु के एक रिसॉर्ट में में ठहरे 13 विधायक दो फ्लाइट के जरिए भोपाल पहुंचेंगे। सिंधिया समर्थक कुल 22 विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति को अपने इस्तीफे भेजे हैं। इसके बाद स्पीकर ने नोटिस जारी कर विधायकों को हाजिर होने के लिए कहा था। इनमें से 6 विधायकों को शुक्रवार, 7 विधायकों को शनिवार और बाकी 9 विधायकों को रविवार को उपस्थित होना है। एयरपोर्ट पर कांग्रेस और भाजपा के नेताओं की मौजूदगी और टकराव को देखते हुए सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। इस बीच राज्यपाल ने बेंगलुरु से इस्तीफा भेजने वाले 6 मंत्रियों को राज्यपाल ने कैबिनेट से बर्खास्त कर दिया है। सुबह राज्यपाल से मिलने पहुंचे मुख्यमंत्री ने इसकी सिफारिश की थी।
कैबिनेट से बर्खास्त किए गए छह मंत्रियों के विभागों का जिम्मा अन्य मंत्रियों को दिया गया है। विजयलक्ष्मी साधौ को महिला बाल विकास, गोविंद सिंह को खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, ब्रजेंद्र सिंह राठौर को परिवहन, सुखदेव पांसे को श्रम, जीतू पटवारी को राजस्व, कमलेश्वर पटेल को स्कूली शिक्षा और तरुण भनोट को स्वास्थ्य विभाग दिया गया है।
एयरपोर्ट पर एसटीएफ तैनात
एयरपोर्ट पहुंचे भाजपा कार्यकर्ता जब सिंधिया के समर्थन में नारेबाजी कर रहे थे, उसी दौरान वहां कांग्रेस विधायकों को सीआईएसएफ के जवानों ने रोक दिया। इसके बाद कांग्रेसियों ने सिंधिया के विरोध में नारेबाजी की। भारी संख्या में दोनों ही तरफ के लोगों की मौजूदगी की खबर मिलने के बाद भोपाल कलेक्टर तरुण पिथौड़े और डीआईजी इरशाद वली एयरपोर्ट पहुंचे। मौके पर तनाव को देखते हुए कलेक्टर ने धारा-144 लागू करने के आदेश दे दिए हैं। वहीं एसटीएफ का दस्ता एयरपोर्ट पर तैनात कर दिया गया है।