जबलपुर। हनुमानताल चाँदनी चौक निवासी 62 वर्षीय शायदा बेगम की मौत और अंतिम संस्कार होने के दूसरे दिन उनके कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी ने इस प्रक्रिया और इसके लिए बनाए गए नियमों के पालन पर सवाल खड़े कर दिए हैं। परिजनों का कहना है कि मेडिकल से रविवार की शाम 5 बजे उन्हें शव दिया गया, जिसे लेकर वे घर पहुँचे लेकिन कोरोना की रिपोर्ट आने तक अंतिम संस्कार के लिए वे रुके रहे। इधर कलेक्टर भरत यादव ने कहा कि नियमों के तहत उन्हें बॉडी सौंपी गई थी, परिजनों को सीधे कब्रिस्तान जाना था जिन लोगों की गल्तियाँ हैं उन पर कार्यवाही की जायेगी। इस प्रकरण के जाँच के आदेश दिये गये हैं।
पिछले कुछ सालों से साँस की बीमारी से पीडि़त शायदा बेगम को तेज बुखार व साँस लेने में परेशानी होने पर रविवार 19 अप्रैल की सुबह करीब 10 बजे परिजन मेट्रो अस्पताल लेकर गए। वहाँ फीवर क्लीनिक में जाँच हुई, अधिक बुखार होने पर उन्हें विक्टोरिया अस्पताल ले जाने की सलाह दी गई। परिजन उन्हें करीब 10.30 बजे विक्टोरिया अस्पताल ले लाए जहाँ पेइंग आइसोलेशन वार्ड में उनका स्वाब सैंपल लिया गया और बुखार व अन्य दवाएँ दी गईं। दोपहर करीब 2 बजे हालत और बिगडऩे पर परिजन उन्हें मेडिकल ले जा रहे थे कि रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। वे मेडिकल पहुँचे जहाँ प्रोटोकॉल के हिसाब से सस्पेेक्ट कोरोना पॉजिटिव मानते हुए बॉडी को केमिकल से साफ करने के बाद पॉलीथिन में पैक किया गया। शाम 5 बजे शव परिजनों को सौंपा गया, जिसे लेकर वे हनुमानताल स्थित घर आए।
मृतका के परिवार से जुड़े अमरीरुद्दीन अंसारी ने बताया कि डॉक्टर्स ने रात 9 बजे जाँच रिपोर्ट आने की बात कही थी, इसलिए हम अंतिम संस्कार के लिए रुके रहे। रात 9 बजे मेडिकल में जाकर डॉक्टर से मिले तो उन्होंने सभी रिपोर्ट निगेटिव आने की बात बताई। इसके बाद विक्टोरिया की कैजुअल्टी में मौजूद डॉक्टर ने भी ऐसा ही कहा। अमरीरुद्दीन के अनुसार इसके बाद रात 10.30 बजे मंडी मदार टेकरी कब्रिस्तान में अंतिम संस्कार किया गया। उनका कहना है कि शव उसी तरह पॉलीथिन की पैकिंग में रहा और जनाजे में करीब 12 लोग ही शामिल थे। दूसरी ओर चर्चा है कि घर में अंतिम संस्कार की सभी रस्में अदा की गईं हैं।
इनका कहना है
मृतक महिला के संबंध में जो शिकायत मिली है उसकी जाँच कराई जा रही है, जाँच के बाद दोषियों पर एफआईआर दर्ज कराई जायेगी। उनके नजदीकी परिजनों को होम क्वारेंटाइन कराया गया है और भी जो लोग शामिल थे उनका पता लगाया जा रहा है, साथ ही अंतिम संस्कार को लेकर जो गाइडलाइन है, इसकी ट्रेनिंग थाना प्रभारी, क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि को दी जायेगी ताकि आगे कोई गलती न हो।
-भरत यादव, कलेक्टर