इंदौर। जिला प्रशासन ने तीन अस्पतालों के पांच आयुष डॉक्टरों के पंजीयन निरस्त कर दिए हैं। कोविड-19 के संक्रमण के दौरान इलाज के लिए निजी अस्पतालों में ड्यूटी लगाने के बावजूद ये डॉक्टर नहीं आ रहे हैं। जिन डॉक्टरों के पंजीयन कलेक्टर मनीष सिंह ने निरस्त किए हैं, वे हैं डॉ. पप्पू आसके, डॉ. राहुल जैन, डॉ. गजेंद्र पाल, डॉ. बीआर गुर्जर, डॉ. जयकुमार गंगवार।
इन डॉक्टरों की ड्यूटी सिनर्जी, विशेष और अरिहंत अस्पताल में लगाई गई थी। फोन पर सूचना देने के बावजूद इन्होंने कार्य करने से मना कर दिया। कलेक्टर ने शासकीय स्वशासी अष्टांग आयुर्वेद महाविद्यालय के प्रधानाचार्य और सीईओ डॉ. सतीशचंद्र शर्मा को भेजे आदेश में यह भी लिखा है कि ड्यूटी से अनुपस्थित इन चिकित्सकों की परिषदों द्वारा भी इनके पंजीयन निरस्त किए जाएं और भविष्य में पंजीयन न किया जाए।
कोरोना संक्रमण के जूझ रहे इंदौर में संसाधनों के अभाव में लगभग 1000 सैंपलों की जांच लंबित हो गई है। इन सैंपलों को जांच के लिए बाहर भेजा जाएगा। बुधवार को केंद्रीय दल के साथ जनप्रतिनिधियों की बैठक हुई। इसके बाद केंद्रीय जांच दल प्रभारी अभिलक्ष्य लिखी ने बताया कि एक हजार सैंपल जांच के लिए दिल्ली या भुवनेश्वर भेजे जाएंगे ताकि लंबित जांचें जल्द हो सकें। इंदौर को केंद्र से हर संभव मदद दिलाई जाएगी।