भोपाल. मध्यप्रदेश में लॉकडाउन फेज-2 का आज सातवां दिन है। राज्य में संक्रमण से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। मंगलवार को भोपाल में दो और उज्जैन में एक टीआई ने दम तोड़ दिया। इसके साथ राज्य में मरने वालों की संख्या तीन हो गई है। वहीं, प्रदेश में सोमवार रात तक संक्रमितों की संख्या 1485 पर पहुंच गई।
इस बीच, आज से इंदौर के पीथमपुर, भिंड के मालनपुर और भोपाल के मंडीदीप औद्योगिक क्षेत्रों की कुछ फैक्ट्रियों में कामकाज शुरू हो गया है। सरकार भोपाल, इंदौर, उज्जैन, धार और खरगोन को छोड़कर बाकी 47 जिलों के सरकारी कार्यालयों में मंगलवार से 33 फीसदी कर्मचारियों के साथ कामकाज शुरू होने की खबर आ रही है।
कोरोना अपडेट्स
- उज्जैन के नीलगंगा थाना टीआई यशवंत पाल (59) की कोरोना से इंदौर में इलाज के दौरान मौत हो गई है। 27 मार्च को ड्यूटी के दौरान संक्रमित हुए थे। इसके बाद उन्हें इंदौर लाया गया। यहां उनकी हालत बिगड़ती चली गई। लंबे इलाज के बाद इंदौर के अरविंदो अस्पताल में मंगलवार सुबह साढ़े पांच बजे उनकी मौत हो गई।
- भोपाल में 70 और 60 साल के दो मरीजों की मौत हो गई। इसके साथ शहर में इस बीमारी से 7 लोग दम तोड़ चुके हैं।
- भोपाल से दिल्ली से भेजे गए 2638 कोराना सैम्पल की रिपोर्ट आज आ सकती है।
- राज्य सरकार का कहना है कि अगर लोगों ने नियमों का पालन नहीं किया तो सरकार एक बार फिर से पूरे राज्य में सख्ती से लॉकडाउन लागू कर सकती है।
- केंद्र सरकार ने इंदौर की भयावह स्थिति को देखते हुए दिल्ली से एक टीम भेजी है। ये टीम इंदौर के हॉटस्पॉट इलाकों का निरीक्षण करके अधिकारियों को संक्रमण रोकने के लिए दिशा-निर्देश देगी। इस संबंध में केंद्र को भी अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
प्रदेश के कुछ उद्योगों में काम शुरू
- भोपाल से सटे औद्योगिक क्षेत्र मंडीदीप में करीब 25 उद्योग मंगलवार से उत्पादन शुरू हो गया है। राजधानी में भेल और इससे लगे गोविंदपुरा औद्योगिक क्षेत्र की सभी छोटी-बड़ी यूनिट बंद रहेंगी।
- इंदौर के पीथमपुर और भिंड के मालनपुर औद्योगिक क्षेत्र में काम शुरू हो सकता है। सबसे बड़ी परेशानी यही है कि फैक्ट्रियों में करीब 20 दिन से ज्यादा समय से शटडाउन है। ऐसे में मशीनों को अचानक शुरू करने में दिक्कत आ सकती है। मंडीदीप इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव अग्रवाल ने बताया कि ज्यादातर कंपनियों में काम कर रहे श्रमिक घर लौट गए हैं। ऐसे में उद्योग कैसे शुरू हो पाएंगे, यह कहना मुश्किल है।
कोटा में फंसे 3 हजार छात्रों को लेने के लिए 150 बसें भेजीं
कोटा में लॉकडाउन की वजह से फंसे मध्य प्रदेश सरकार के तीन हजार छात्रों को वापस लाने के लिए 150 बसें ग्वालियर से आज सुबह आठ बजे रवाना हो गई हैं। बसों के साथ ग्वालियर नगर निगम के अपर आयुक्त दिनेश शुक्ल और मेडिकल स्टाफ को जरूरी दवाओं के साथ भेजा गया है। इनकी मंगलवार रात वापसी की उम्मीद है।
प्रदेश में कुल संक्रमित 1485: इंदौर 897, भोपाल 254, खरगोन 41, धार 36, खंडवा 32, उज्जैन 27, होशंगाबाद 25, बड़वानी और रायसेन में 24-24, जबलपुर 21, देवास 19, मुरैना 16, विदिशा 13, रतलाम 9, मंदसौर और आगर मालवा में 8-8, ग्वालियर और शाजापुर में 6-6, श्योपुर और छिंदवाड़ा 4-4, अलीराजपुर 3, शिवपुरी और सागर में 2-2, बैतूल, टीकमगढ़, राजगढ़ में एक-एक संक्रमित मिला। एक अन्य राज्य का संक्रमित है।
कुल मौतें 76: इंदौर 52, भोपाल 7, खरगोन 4, उज्जैन 6, देवास 5, मंदसौर और छिंदवाड़ा में एक-एक की मौत हुई।
कुल स्वस्थ्य हुए 138: इंदौर 71, भोपाल 31, खरगोन 3, उज्जैन 5, जबलपुर 6, मुरैना 14, ग्वालियर 6, शिवपुरी 2 स्वस्थ होकर घर भेजे गए।
(स्वास्थ्य विभाग के 20 अप्रैल को दोपहर 3 बजे जारी बुलेटिन के अनुसार)