अररिया. बिहार की प्रशासनिक व्यवस्था की पोल खोलने वाला एक वीडियो वायरल हो रहा है. इसमें एक सिपाही जिला कृषि पदाधिकारी (District Agricultural Officer) के सामने न सिर्फ उठक-बैठक कर रहे हैं, बल्कि पैर पर गिरकर और हाथ जोड़ कर माफी भी मांगते दिख रहे हैं. दरअसल, इस सिपाही का नाम गोनू तात्मा है, जिनकी तैनाती अररिया के बैरगाछी में है. कृषि विभाग के अन्य अधिकारियों के साथ जिला कृषि पदाधिकारी भी वहां मौजूद हैं. बताया जाता है कि इस सिपाही ने अधिकारी से पास मांगा और न देने पर 500 रुपये फाइन करने की बात कही थी. इसके बाद ड्यूटी में तैनात वरीय पुलिस अधिकारी पहुंचे और कृषि पदाधिकारी ने उनसे उठक-बैठक करवाई.
अररिया SDPO पुष्कर कुमार ने बताया कि इसकी जांच की गई है. जांच में पाया गया कि सिपाही खुद उठक-बैठक करना शुरू कर दिया था. अररिया SDPO ने कहा कि सिपाही इतना सीधा है कि खुद ही उठक-बैठक करने लगा और माफी मांगनी शुरू कर दी. इस पर विपक्ष ने सरकार पर जमकर हमला बोला है.
आरजेडी हमलावर
आरजेडी नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि अधिकारी पुलिसवालों का मनोबल तोड़ने का काम कर रहे हैं. यह हरकत कोरोना योद्धाओं का अपमान है. कृषि पदाधिकारी की पहुंच सत्ता के गलियारों तक है. DGP मामले में तत्काल संज्ञान लें और कृषि पदाधिकारी पर तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए.
बीजेपी ने की निंदा
इस मसले पर बीजेपी प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा है कि कृषि पदाधिकारी ने गलत किया है. शासन निश्चित तौर पर इसका संज्ञान लेगा. हम DGP और DG (होमगार्ड) से इस जवान को सम्मानित करने की मांग करेंगे. उन्होंने कहा कि जवान ने अपने कर्तव्य का पालन किया है और हम उन्हें सैल्यूट करते हैं.
डीजीपी ने लिया संज्ञान
इस बीच, DGP गुप्तेश्वर पांडेय ने इस पूरे मसले पर नाराजगी जताते हुए कहा कि यह घटना शर्मनाक है. इसकी सूचना हमने सरकार को दे दी है और शाम तक रिपोर्ट आ जाएगी. जो भी हुआ गलत हुआ, अगर कोई वर्दीधारी कोई गलती करता है, तो हम उसके खिलाफ कार्रवाई करते हैं. ऐसे में अगर कोई बात थी, तो मुझे सूचना देनी चाहिए थी.