उज्जैन में 59 साल के टीआई यशवंत पाल की जान गई, ड्यूटी के दौरान ही संक्रमित हुए थे

Posted By: Himmat Jaithwar
4/21/2020

इंदौर/उज्जैन. उज्जैन के नीलगंगा थाना टीआई यशवंत पाल की कोरोना से इंदौर में इलाज के दौरान मौत हो गई है। वे 59 साल के थे।  27 मार्च को उनके थाना क्षेत्र की अंबर कॉलोनी में कोरोना पॉजिटिव संतोष वर्मा की मौत हुई थी। इसके बाद इस कंटेनमेंट एरिया की व्यवस्था टीआई खुद देख रहे थे। कहा जा रहा है कि यहीं पर वे संक्रमित हुए और उनकी हालत बिगड़ती चली गई। लंबे इलाज के बाद इंदौर के अरविंदो अस्पताल में मंगलवार सुबह साढ़े पांच बजे उनकी मौत हो गई।

उनके परिवार के मुताबिक, पाल को एक महीने से सर्दी और बुखार बना हुआ था। मूलत: बुरहानपुर के रहने वाले पाल के परिवार में पत्नी और दाे बेटियां हैं। पत्नी मीना पाल तहसीलदार हैं। पाल का परिवार इंदौर के ही विजय नगर में रहता है। उनके संपर्क में आए 12 पुलिसकर्मियों को आइसोलेट कर दिया गया है। दो दिन पहले इंदौर के थाना प्रभारी देवेंद्र चंद्रवंशी की भी कोरोना से जान चली गई थी।

अब तक परिवार की जांच रिपोर्ट नहीं आई

अरविंदो हॉस्पिटल के डॉ. विनोद भंडारी ने कहा कि टीआई पाल का पिछले 10 दिनों से यहां इलाज चल रहा था। जब से उन्हें यहां लाया गया था। उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई थी। उनकी रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई थी।पॉल के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद उनकी पत्नी मीना और दोनों बेटियां फाल्गुनी और ईशा को एक होटल में क्वॉरैंटाइन किया गया है। करीब 15 दिन से वे क्वारैंटाइन हैं, लेकिन अब तक उनकी जांच रिपोर्ट नहीं आई है।

टीआई इतने लोगों के संपर्क में रहे, परिवार भी आकर मिला

  • टीआई के साथ गाड़ी में ड्राइवर समेत चार पुलिसकर्मी साथ रहते थे।
  • 27 मार्च को अंबर कॉलोनी में संतोष वर्मा की कोरोना से मौत के बाद अगले दिन पूरे एरिया को सील कराया।
  • थाने के पीछे ही मल्टी में घर है, जहां दस से बारह परिवार रहते हैं।
  • परिवार इंदौर में रहता, टीआई मिलने नहीं गए, लेकिन परिवार मिलने आया।
  • 31 मार्च को नीलगंगा क्षेत्र में युवक की हत्या के बाद घटनास्थल की जांच की।



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