भोपाल: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 'संबल योजना' फिर से शुरू करने का फैसला किया है. इस बाबत उन्होंने अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए हैं. साल 2018 में हुए मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से ठीक पहले शिवराज सिंह चौहान ने संबल योजना की शुरूआत की थी. इस योजना के अंतर्गत गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वालों के पुराने बिजली बिल माफ करने और 200 रुपये प्रतिमाह पर बिजली देने का प्रावधान था.
लेकिन विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली हार के बाद शिवराज सिंह चौहान की यह महत्वकांक्षी योजना भी ठंडे बस्ते में चली गई. मध्य प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व में 15 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद कांग्रेस की सरकार बनी. कमलनाथ ने इस योजना को बंद कर दिया. कमलनाथ की सरकार महज 15 महीने चल सकी. ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में कांग्रेस के 22 विधायकों ने कमलनाथ सरकार से बगावत कर दी.
अपनी सरकार के अल्पमत में आने के बाद बीते 20 मार्च को कमलनाथ ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. शिवराज सिंह चौहान ने 25 मार्च को चौथी बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली. अब शिवराज सिंह चौहान ने अपने फिर से अपनी योजनाओं को लागू करना शुरू किया है. अधिकारियों के साथ सोमवार को हुई बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि वह गरीबों की अनदेखी नहीं होने देंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि संबल योजना के क्रियान्वयन के लिए धनराशि की कोई कमी आड़े नहीं आने दी जाएगी. उन्होंने कहा कि योजना के लिए आवश्यक बजट का प्रावधान करते हुए सभी पात्र हितग्राहियों को इसका लाभ दिया जाएगा. शिवराज ने मध्य प्रदेश में अप्रैल 2018 से संबल योजना का शुभारंभ किया था. कमलनाथ ने सत्ता में आने के बाद शिवराज सरकार की कई योजनाओं को बंद कर दिया था.