भोपाल. राजस्थान के कोटा में मेडिकल और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा की तैयारी करने गए मध्यप्रदेश के 4 हजार छात्रों को वापस लाने की राज्य सरकार ने कवायद शुरू कर दी है। प्रमुख सचिव मलय श्रीवास्तव ने कोटा के स्थानीय प्रशासन से छात्रों की जानकारी मांगी है। उधर, आज लॉकडाउन के लेकर गाइडलाइन जारी होनी है। इससे तय होगा कि किस क्षेत्र को क्या छूट मिलेगी। बताया जा रहा है कि सरकार ने रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन के हिसाब से योजना बनाई है। उसी के अनुरूप जिलों में छूट दी जाएगी। लोगों की नजर शुक्रवार को भोपाल से दिल्ली भेजे गए 1325 सैंपल पर भी है। इनकी रिपोर्ट आज आ सकती है।
सचिवालय और संचालनालय के साथ कुछ चुनिंदा सरकारी दफ्तर 20 अप्रैल से खुलने जा रहे हैं। इसमें वर्क फोर्स कितना आएगा, इसे लेकर मुख्य सचिव ने सामान्य प्रशासन विभाग से चर्चा कर ली है। रविवार को मुख्यमंत्री से बातचीत के बाद इसे लागू कर दिया जाएगा। फिलहाल, सभी प्रमुख सचिव, सचिव, अपर सचिव के साथ एक उपसचिव और एक पीए को दफ्तर बुलाने की इजाजत रहेगी। राज्य के बाकी जिलों में भी ऐसी ही व्यवस्था बनाए जाने के निर्देश दिए गए हैं।
सोमवार से उद्योग खुलेंगे
सरकार ने सोमवार से औद्योगिक क्षेत्रों के उद्योगों को खोलने की अनुमति तो दे दी है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया है कि थर्मल स्क्रीनिंग, सैनिटाइजेशन और सोशल डिस्टेंसिंग को फॉलो करते हुए ही काम शुरू हाेगा।
इंदौर: वृद्धा की मौत के दो दिन कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट
इंदौर में एक 70 साल की महिला की 17 अप्रैल को मौत के दो दिन बाद शनिवार रात उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई। राज्य में अब तक 71 संक्रमितों की मौत हो चुकी। इनमें से इंदौर जिले में 48 की मौत हुई है। उधर, शनिवार देर रात जूनी थाने के टीआई देवेंद्र चंद्रवंशी की मौत हो गई। वे 30 मार्च को कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर अरविंदो अस्पताल में भर्ती हुए थे। उनकी दो रिपोर्ट निगेटिव आ गई थीं। इसके बाद अस्पताल से डिस्चार्ज करने की प्रक्रिया चल रही थी।
राजगढ़: डिलीवरी के लिए अस्पताल में भर्ती महिला कोरोना पॉजिटिव निकली
जिले में कोरोनावायरस ने दस्तक दे दी। जीरापुर तहसील के ग्राम काछीखेड़ी की एक महिला कोरोना पाजीटिव पाई गई। उसे डिलीवरी के लिए जिला चिकित्सालय में भर्ती किया गया था। 16 अप्रैल को कोरोना संदिग्ध होने पर सैंपल भोपाल भेजे गए। 18 अप्रैल को देर शाम महिला की रिपोर्ट पाॅजीटिव आई। जानकारी मिलते ही अधिकारी काछीखेड़ी गांव पहुंचे। रात में ही पूरे गांव को सैनिटाइज किया गया।
सागर: दूसरा पॉजिटिव मिला, वह पहले मरीज का दोस्त
सागर में कृष्णगंज वार्ड निवासी एक और युवक कोरोना संक्रमित पाया गया है। यह पहले पॉजिटिव मिले मरीज का दोस्त है। दोनों इसी वार्ड में रहते हैं। दोनों टिक-टॉक वीडियो बनाते थे। इसी आधार पर इस युवक का सैंपल लिया गया और यह कोरोना का संक्रमित निकला। उसके पिता समेत परिवार के 12 लोगों को अस्पताल में आइसोलेट किया गया है।
भोपाल: 30 मरीज ठीक हुए, 170 भी जल्द ठीक होंगे
- भोपाल में शनिवार को एक साथ 30 मरीज कोरोना से जंग जीतकर घर लौटे। 28 मरीज चिरायु अस्पताल और 2 बंसल अस्पताल में भर्ती थे। आईएएस अफसर पल्लवी जैन गोविल और हेल्थ कॉर्पोरेशन के एमडी जे. विजयकुमार को भी अस्पताल से छुट्टी मिल गई। इस दौरान अस्पताल में डॉक्टरों और ठीक हुए लोगों पर फूल बरसाए गए। चिरायु अस्पताल के डायरेक्टर अजय गोयनका के अनुसार, 10 दिन में 170 और मरीज बीमारी से मुक्त हो सकते हैं। भोपाल में कुल 33 मरीज स्वस्थ्य होकर घर जा चुके हैं।
- आईसीएमआर ने शनिवार को भोपाल के चिरायु मेडिकल कॉलेज की लैब को कोविड-19 के सैंपल जांच की मंजूरी दे दी। अब भोपाल में कोरोना की जांच करने वाली लैबों की संख्या बढ़कर 5 और राज्य में 10 हो गई है।
इंदौर: 45 मरीज क्वारैंटाइन सेंटर से वापस घर पहुंचे
इंदौर में शनिवार को आई रिपोर्ट में महज 9 नए मरीज मिले, जो बीते 7 दिन में सबसे कम हैं। इससे पहले 12 अप्रैल को 8 मरीज पॉजिटिव पाए गए थे। शहर में कुल मरीजों की संख्या 891 हो गई है। हालांकि, इस पर कुछ पेंच है। दरअसल, शुक्रवार को 50 नए मरीज मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने इंदौर में मरीजों की कुल संख्या 892 बताई थी। शनिवार को इसे घटाकर 881 कर दिया। बाद में सीएमएचओ ने स्पष्ट किया कि शुक्रवार को जो 50 संक्रमितों की सूची आई थी, उसमें 11 मरीज दूसरे जिलों के थे, इसलिए उन्हें हटा दिया गया।
भोपाल: डॉक्टर बेटे से मां ने पूछा- तुम ही क्यों... बेटे ने कहा- मैं नहीं तो और कौन?
‘‘मैं एक महीने से घर नहीं गया, हॉस्पिटल में रहकर काम कर रहा हूं। मां पूछती हैं कि तुम ही क्यों? उनके इस सवाल का मेरे पास कोई जवाब नहीं हैं, मैं सिर्फ इतना ही कहता हूं कि मैं नहीं तो और कौन निभाएगा यह जिम्मेदारी?’’ यह कहना है चिरायु के पल्मोनरी मेडिसिन एंड क्रिटिकल केयर डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ. कृष्णाजीत सिंह का। शनिवार को यहां से कोरोना के 28 मरीज ठीक होकर घर भेज दिए गए। इस पर डॉ. सिंह का कहना है कि आप भले ही इसे सफलता कह लें, लेकिन मेरे लिए यह तभी सफलता होगी जब यहां भर्ती कोरोना के 200 से ज्यादा मरीज स्वस्थ होकर जाएं।
डॉ. सिंह ने बताया कि उनका पांच महीने का बेटा है, उसे संक्रमण न हो इस कारण वे एक महीने से घर नहीं गए। रात में वीडियो कॉल के जरिए बेटे को देख लेते हैं। वे महीनेभर से टुकड़ों-टुकड़ों में 3-4 घंटे ही सो पाते हैं। दिनभर मास्क और जूते पहनने के कारण कान के पीछे और पैरों में छाले पड़ गए हैं।
खंडवा: अस्पताल से भागे 2 मरीज पकड़े गए
जिला अस्पताल स्थित आइसोलेशन वार्ड में भर्ती दो कोरोना पॉजिटिव मरीज भाग गए। इनमें एक महिला मरीज थी, जिसे पंधाना रोड धर्मकांटा से और पुरुष मरीज को उसके घर से पकड़कर दोबारा भर्ती किया गया। बताया गया कि महिला पदमनगर कॉलोनी में अस्पताल का एप्रिन पहने बैठी थी। उसके हाथ में फाइल पर मरीज का नाम और कोविड-19 लिखा था। लोगों ने उसकी सूचना पुलिस को दी। इस दौरान वह महिला करीब ढाई घंटे तक बस्ती में घूमती रही।
इधर, लाल चौकी क्षेत्र का एक मरीज शनिवार सुबह घर पहुंच गया। उसने परिजन और पड़ोसियों से कहा कि मेरी छुट्टी हो गई है। परिजन घबरा गए। हेल्पलाइन पर फोन लगाया, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। इस दौरान तलाश करती हुई स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची। यहां से मरीज को पकड़कर लाई।
राज्य में कितने संक्रमित, कितनी मौत, कितने ठीक हुए
- 1403 संक्रमित: इंदौर में 891, भोपाल में 213, खरगोन में 47, खंडवा में 32, बड़वानी में 26, धार में 24, होशंगाबाद-उज्जैन में 23-23, देवास में 20, जबलपुर में 16, विदिशा-रतलाम-मुरैना में 13-13, मंदसौर में 9, रायसेन में 7, शाजापुर में 6, आगर मालवा-अलीराजपुर-श्योपुर में 5-5, छिंदवाड़ा-शिवपुरी-बैतूल-ग्वालियर-सागर में 2-2, टीकमगढ़-राजगढ़ में 1-1 संक्रमित है।
- 71 की मौत: इंदौर 48, भोपाल 7, उज्जैन 6, देवास 5, खरगोन 4, छिंदवाड़ा में एक मौत हुई।
- 129 मरीज ठीक हुए: इंदौर 71, मुरैना 7, जबलपुर और उज्जैन 5-5, भोपाल 33, ग्वालियर में 2, खरगोन में 4 और शिवपुरी में 2 मरीज की इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी हो गई है।