नई दिल्ली। एयर इंडिया (Air India) की 100 फीसदी हिस्सेदारी बेचने के लिए सरकार ने कंपनियों को और समय देने का फैसला किया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हुए मंत्री समूह की बैठक में सरकार ने बोली की समय सीमा 30 अप्रैल तक बढ़ाने का फैसला किया है। बताते चलें कि जनवरी के आखिरी हफ्ते में 17 मार्च तक की समय सीमा तय की गई थी। एयर इंडिया को खरीदने के लिए पिछले दिनों में कई बड़े नाम सामने आ चुके हैं। इनमें अदानी ग्रुप (Adani Group), विस्तारा एयरलाइंस (Vistara Airlines) और टाटा ग्रुप (Tata Group) का नाम शामिल है।
कंपनियों को आंकड़े उपलब्ध कराएगी सरकार
मामले से जुड़े जानकारों का कहना है कि केंद्र सरकार इच्छुक कंपनियों को एयर इंडिया से जुड़े वर्चुअल डाटा रूम को देखने की अनुमति दी जाएगी। सरकार ने विदेशी निवेश को आकर्षित करने के लिए हाल के दिनों में कई फैसले लिए हैं। घरेलू बाजार में एयर इंडिया का 12.7 फीसदी हिस्सा है। एयर इंडिया पर 80 हजार करोड़ रुपये का बकाया है। सरकार ने एयर इंडिया में 100 फीसदी हिस्सेदारी बेचने का फैसला किया है।
बताते चलें कि केंद्र सरकार इस साल एयर इंडिया का विनिवेश का फैसला कर चुकी है। भारत समेत दुनिया के सभी इच्छुक कंपनियों को एयर इंडिया खरीदने के लिए आवेदन मंगाए गए हैं। एयर इंडिया के पास फिलहाल 22,000 करोड़ रुपये की भारी भरकम कर्ज है। केंद्र सरकार ने 2018 में पहली बार एयर इंडिया के 76 प्रतिशत स्टेक बेचने का फैसला किया था। लेकिन इस बार सरकार ने एयर इंडिया के पूरे 100 फीसदी स्टेक बेचने के लिए आवेदन मंगाए हैं। लेकिन अभी तक कोई खरीदार नहीं मिल पाया है।