जयपुर. राजस्थान में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। शनिवार को भी 41 नए पॉजिटिव केस सामने आए। जिसमें भरतपुर में 27, कोटा में 5, अजमेर, जोधपुर और जयपुर में 2-2 संक्रमित मिले। साथ ही बांसवाड़ा, नागौर और जैसलमेर में एक-एक रोगी सामने आया। जिसके बाद कुल संक्रमितों का आंकड़ा 1270 पहुंच गया। वहीं दो लोगों की मौत भी हो गई। जिसें एक 76 साल बुजुर्ग की एसएमएस अस्पताल में मौत हो गई। इन्हे किडनी समेत कई और बीमारियां भी थीं। जिन्हे 10 मार्च को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। वहीं 12 मार्च को इनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसके साथ एक 47 साल युवक की भी मौत हो गई। जिसे डायबिटीज की शिकायत थी। इन्हे 13 मार्च को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। जिसके बाद 15 मार्च को रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।
चूरू में शुक्रवार को आत्महत्या करने वाले व्यक्ति की कोरोना जांच रिपोर्ट शनिवार को निगेटिव आई है। जिला कलेक्टर संदेश नायक ने दी जानकारी दी की चूरू जिले के खासोली गांव में 35 वर्षीय युवक कोरोना संदिग्ध होने के चलते आत्महत्या कर ली थी। सुसाइड नोट में लिखा था उसे कोरोना रोगी होने का शक है, इसलिए फांसी लगाकर आत्महत्या कर रहा है। उसके परिवार को परेशान नहीं किया जाए। जिसके सैंपल जांच के लिए बीकानेर भेजे गए थे। जो निगेटिव पाए गए।
झुंझुनू में सड़क पर पड़े दिखे 500 और 200 के नोट, कोरोना फैलाने की अफवाह
झुंझुनू में सड़क पर 500, 200 और 10 रुपए के नोट पड़े मिलने से लोग परेशान हो गए। शहर में नोटों के जरिए कोरोना फैलाने की अफवाह फैल गई। राहगीरों की सुचानी पर एसडीएम सुरेंद्र यादव ने इन नोटों को जब्त करवाया। वहीं पुलिस भी मौके पर पहुंची। जिसके बाद सीसीटीवी की मदद से मामले की जांच की जा रही है।
संदिग्ध ने फिर एसएमएस से भागने की कोशिश की
जयपुर के एसएमएस अस्पताल से एक बार फिर कोरोना संदिग्ध ने भागने की कोशिश की। जो चरक भवन की पहली मंजिल से कूदकर बरामदे मे आ गया। जिसके बाद अस्पताल स्टाफ ने उसे पकड़कर फिर वार्ड में पहुंचाया। ये वही संदिग्ध है जो तीन दिन पहले भी खिड़की से कूदकर टीन शेड पर बैठ गया था।
भीलवाड़ा में अब एक भी संक्रमित मरीज नहीं
राजस्थान में कोरोना का एपिसेंटर रहे भीलवाड़ा से शुक्रवार को राहत भरी खबर आई है। यहां मिले सभी कोरोना संक्रमित ठीक हो गए हैं। शुक्रवार को हॉस्पिटल में इलाज करा रहे आखिरी मरीज को भी डिस्चार्ज कर दिया गया है। भीलवाड़ा में अब तक कोरोना संक्रमण के 28 केस सामने आए थे, इसमें 26 ठीक हो गए। जबकि दो की मौत हो गई थी।
जयपुर में 11 कोरोना वॉरियर्स भी संक्रमित
जयपुर में अब तक 498 मामले सामने आ चुके हैं। जिसमें एक डॉक्टर, 5 पुलिसकर्मी, 2 एएनएम, 2 नर्स और 1 वार्ड बॉय संक्रमित हो चुका है। इसमें सबसे ज्यादा रामंगज में 343 लोग संक्रमित पाए जा चुके हैं।
जोधपुर में 2 नए पॉजिटिव मिले
जोधपुर में भी आज 2 नए पॉजिटिव केस मिले। जिसके बाद यहां कुल संक्रमितों की संख्या 156 पहुंच गई है। आज मिले संक्रमितों में एक रेजिडेंट डॉक्टर व होमगार्ड का एक जवान भी शामिल है। इससे पहले शुक्रवार को 20 नए मरीज मिले थे।
कोटा में फंसे 7 हजार 500 छात्रों को 252 बसों से भेजा गया
कोटा शहर में फंसे कोचिंग छात्रों को लेने के लिए शुक्रवार को उत्तर प्रदेश सरकार ने 252 बसें कोटा भेजी। यहां यूपी के 7 हजार 500 छात्र हैं, जिन्हें बसों से उनके घरों के लिए भेजा गया। राजस्थान और यूपी सरकार ने गुरुवार को यह फैसला लिया था। छात्रों के लिए शुक्रवार को 102 बसें झांसी और 150 बसें आगरा से रवाना हुईं। रात में ही छात्र बसों से रवाना हो गए।
राज्य के 33 जिलों में से अब तक कोरोना 25 तक पहुंच गया है। सबसे ज्यादा जयपुर में 498 (2 इटली के नागरिक) पॉजिटिव मिले हैं। इसके अलावा जोधपुर में 202 (इसमें 46 ईरान से आए), कोटा में 97, टोंक में 93, भरतपुर में 70, बांसवाड़ा में 60, जैसलमेर में 45 (इसमें 14 ईरान से आए), बीकानेर में 35, झुंझुनूं में 36 और भीलवाड़ा में 28 मरीज मिले हैं। उधर, झालावाड़ में 18, अजमेर में 17, नागौर में 15, चूरू में 14, दौसा में 13, अलवर में 7, डूंगरपुर में 5, उदयपुर में 4, करौली में 3, हनुमानगढ़, प्रतापगढ़, सीकर और पाली में 2-2, जबकि बाड़मेर और धौलपुर में 1-1 व्यक्ति को इस बीमारी ने अपनी चपेट में लिया है।
राजस्थान में कोरोना से अब तक 19 लोगों की मौत हुई। इसमें सबसे ज्यादा 9 मौतें जयपुर में हुई। वहीं, जोधपुर, भीलवाड़ा और कोटा में दो-दो की जान जा चुकी है। इसके अलावा बीकानेर और टोंक में एक-एक की मौत हुई है। इनमें एक 13 साल की बच्ची है बाकी सभी मृतकों की उम्र 50 साल से अधिक थी।
रैपिड टेस्टिंग किट से कोरोना की जांच करने वाला पहला प्रदेश बना राजस्थान
देश में राजस्थान रैपिड टेस्टिंग किट के जरिए कोराना की जांच करने वाला पहला प्रदेश बन गया है। शुक्रवार को पहले दिन जयपुर में 52 लोगों का सैंपल लिया गया। सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई हैं। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने बताया कि कोरोना के लिए रैपिड टेस्ट पूरी तरह से सटीक नहीं है। हालांकि, इसमें पॉजिटिवमिलने वाले व्यक्ति को तुरंत आइसोलेट कर उसकी जांच कराई जाएगी, ताकि वह संक्रमण ना फैला ना सके।