भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शुक्रवार सुबह राजभवन में राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात की और भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ 3 पेज का शिकायती पत्र सौंपा। अपने इस पत्र में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बीजेपी पर हॉर्स ट्रेडिंग की कोशिश करने और 22 विधायकों को बंधक बनाकर रखने का आरोप लगाया। कमलनाथ ने राज्यपाल और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से इस मामले में हस्तक्षेप कर विधायकों को भाजपा के कब्जे से छुड़ाने की मांग की।
राज्यपाल से विधायकों को रिहा कराने की मांग
राजभवन से निकलते वक्त मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मीडिया से बातचीत की। उन्होंने कहा, 'मैंने राज्यपाल से मुलाकात की और पहले उन्हें होली की शुभकामनाएं दी। मैंने राज्यपाल से बेंगलुरु में बंधक बनाकर रखे गए विधायकों को छुड़ाने की अपील की।' फ्लोर टेस्ट के सवाल पर कहा, 'आप 22 विधायकों को बंधक बनाकर फ्लोर टेस्ट की बात नहीं कह सकते। अगर बात में सच्चाई है तो इन 22 विधायकों को मीडिया के सामने ले आएं। फ्लोर टेस्ट तो राज्यपाल के भाषण पर होगा, बजट पर होगा।'
'मध्य प्रदेश की राजनीति में है कोरोना वायरस'
पत्रकारों ने सवाल किया कि क्या बेंगलुरु में ठहरे विधायकों में से कुछ ऐसे भी हैं जो आपके साथ आना चाहते हैं? इस पर कमलनाथ ने कहा, 'मैं नहीं जानता कौन आना चाहता है और कौन जाना चाहता है।' मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस के सवाल पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा, 'देखिए कोरोना वायरस तो पहले से ही यहां की राजनीति में हैं।'