सहारनपुर । चीन से निकले जानलेवा कोरोना वायरस के संक्रमण से सरकार के साथ लोगों की जंच के बीच में पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कुछ पुलिसकर्मी इंसानियत की नित नई इबारत लिख रहे हैं। इस नायाब किरदार से अभिभूत हर शख्स खाकी के कसीदे काढ़ रहा है। इसी कड़ी में मंगलवार को पुलिसकर्मियों ने एक बेसहारा महिला के शव को कंधा देकर श्मशान घाट तक पहुंचाया।
देश के साथ प्रदेश की कोरोना वायरस के संक्रमण के कहर से इन दिनों बुरी तरह से कराह रहा है। इसी कठिन घड़ी में अपना घर-परिवार छोड़कर ड्यटी में लगे पुलिसकर्मी उन जाहिलों को आइना दिखा रहे हैं, जो कि उनके ऊपर पथराव करने में लगे हैं। प्रदेश में सरकारी कर्मियों पर कोरोना वायरस के संक्रमण के दौर में भी पथराव हो रहे हैं, फायरिंग हो रही है और तो और कहीं पर तो लाठी-डंडे भी चल रहे हैं। इनके बीच भी खाकी अपने कर्तव्य से पीछे नहीं हट रही है।
इसी में ताजा मामला उत्तर प्रदेश को हरियाणा, हिमाचल प्रदेश व उत्तराखंड के बार्डर से जोडऩे वाले सहारनपुर का है। जहां पर खाकी का मानवीय चेहरा देखने को मिला। यहां महिला की हुई मौत तो खाकी ने उसकी शव यात्रा को अपना कंधा दिया। एसएसआई दीपक चौधरी, सिपाही गौरव और विनोद ने बेटे का फर्ज निभाते हुए महिला को कंधा दिया। थाना बडगांव के किशनपुर में एक अनाथ दलित श्रीमती मीना की मृत्यु होने पर पुलिस टीम के एसएसआई दीपक चौधरी, कॉन्स्टेबल गौरव कुमार तथा विनोद कुमार ने घर से शव को शमशान घाट पर ले जाकर अंतिम संस्कार किया। पुलिस ने गांववालों के सहयोग से महिला का अंतिम संस्कार किया। इस दौरान भी पुलिस की पूरी टीम ने फिजिकल डिस्टेंसिंग के साथ ही अपनी सुरक्षा का ध्यान भी रखा।