विदिशा. समर्थन मूल्य खरीदी के पहले दिन किसानों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। पहले दिन कुल 199 खरीदी केंद्रों में 94 केंद्रों में तौल कांटे ही चालू नहीं हो सके। कई केंद्रों में हम्माल नहीं पहुंचने से खरीदी बंद रही तो कई केंद्र चालू नहीं होने से वहां हम्माल फुर्सत में बैठे रहे। शासन द्वारा 177 केंद्रों के 1062 किसानों को खरीदी के मैसेज भेजे गए। इनमें से बुधवार शाम तक 300 किसानों से कुल 690 टन अनाज की खरीदी हो सकी।
विदिशा के पास स्थित सायलो प्लांट में पहुंचे कई किसानों की अनाज से भरी ट्रालियों को अमानक बताकर वापस कर दिया गया। ग्राम अमाछार के किसान अवधेश यादव ने बताया कि बारिश के कारण दाना थोड़ा फीका हो गया है। इसलिए मेरे अनाज को अमानक बता दिया। जिला आपूर्ति अधिकारी रश्मि साहू ने पहले दिन 60 फीसदी से अधिक खरीदी केंद्र चालू होने का दावा किया है।
ग्वालियर : चना-सरसों किसानों के पास नहीं आए मैसेज
ग्वालियर में कुछ केंद्रों पर सन्नाटा रहा जबकि कुछ पर बारदाना और तौलकांटे तक नहीं पहुंचे। चना व सरसों की खरीद के लिए किसानों के पास एसएमएस ही नहीं पहुंचे। गेहूं खरीद के लिए 74 केंद्र बने हैं। इनमें से इनमें से 10 पर ही खरीदी हुई। दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्र के कुछ केंद्रों पर स्टाफ ही नहीं था, इसलिए खरीद प्रारंभ नहीं हो सकी।
मुरैना : सिर्फ 28 क्विं. खरीदी
मुरैना में सरसों की खरीदी होनी थी लेकिन गेहूं किसानों को मैसेज भेज दिए। बड़ागांव नावली, जींगनी सोसाइटी पर कलेक्टर प्रियंका दास ने किसानों को फोन करके बुलवाया तो उन्होंने जबाव दिया कि गेहूं कटा ही नहीं है। जिलेभर में बस 28 क्विंटल गेहूं की खरीदी की गई।
धार : कलेक्टर से गुहार
धार में जिलेभर में कई किसान अधिक उपज लेकर पहुंचे लेकिन उनसे तीन क्विंटल गेहूं ही खऱीदा गया। किसानाें ने इसकी शिकायत कलेक्टर श्रीकांत बनाेठ से की। किसानों का कहना था कि एसएमएस में ये नहीं लिखा है कि कितना माल लिया जाएगा
सीहोर : किसी किसान से 2 तो किसी से 4 या 8 क्विंटल उपज ली गई। नाराज किसान बोले, इससे तो हमारा भाड़ा भी नहीं निकलेगा।
दतिया: जिले में केवल तीन केंद्रों पर कुल 12 क्विंटल खरीदी हुई।
झाबुआ: जिले में बनाए गए 20 खरीदी केंद्रों में से 15 पर किसान नहीं पहुंचे।