रतलाम । शहर में कोरोना संक्रमण के कुल पांच मामले सामने आने के बाद शहर के चार इलाकों को कन्टेनमेन्ट एरिया(प्रतिबन्धित क्षेत्र) घोषित करते हुए पूरी तरह सील कर दिया गया है। लेकिन इनमें से मोचीपुरा के प्रतिबन्धित क्षेत्र के लोग इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैैं। सुरक्षा व्यवस्था में ढील के चलते इस इलाके के कई लोग बेरोकटोक बाहर निकल रहे है और शहर के अन्य नागरिकों की सुरक्षा को खतरे में डाल रहे है। मोचीपुरा के कन्टेनमेनट क्षेत्र से बाहर आ रही खबरों के मुताबिक इस इलाके के नागरिक कोरोना संकट की गंभीरता को समझने को तैयार नहीं है। इस इलाके में ड्यूटी कर रहे कई पुलिसकर्मी इनके दुव्र्यवहार के शिकार बन रहे है। क्षेत्र की महिलाएं भी पुलिसकर्मियों को अपशब्द कहने से बाज नहीं आ रही है। लेकिन अब स्थिति और गंभीर होती नजर आ रही है। कन्टेनमेन्ट एरिया के रहवासियों के गैरजिम्मेदार रवैये के चलते शहर के अन्य क्षेत्रों के नागरिकों के लिए भी खतरा उत्पन्न हो रहा है। बुधवार को मोचीपुरा के कन्टेनमेन्ट क्षेत्र से कई नागरिकों को बेरोकटोक बाहर आते और फिर भीतर जाते देखा गया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक हाथीखाना स्थित पांजरापोल की तरफ पर्याप्त पुलिस बल नहीं होने से कई महिला पुरुष कन्टेनमेन्ट इलाके से बाहर निकलते रहे। इनके विडीयो भी बनाए गए। वहां मौजूद मीडीयाकर्मियों ने बाहर निकल रहे लोगों से जब पूछताछ की तो एक महिला ने कहा कि वह बडी मुश्किल से बाहर निकल सकी है। किसी रहवासी इलाके में कोरोना संक्रमित पाया जाने पर वहां कोरोना संक्रमण का खतरा काफी बढ जाता है,इसलिए उस पूरे इलाके को कन्टेनमेन्ट एरिया घोषित करते हुए पूरी तरह सील कर दिया जाता है। जिससे कि कोरोना का संक्रमण अन्य इलाकों में ना फैल सके। लेकिन सुरक्षा की छोटी सी चूक पूरे शहर को खतरे में डाल सकती है।