भोपाल। AIMS, हमीदिया और बीएमएचआरसी (BMHRC) के अलावा अब भोपाल के आनंद नगर स्थित राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान (NIHSAD) की लेबोरेटरी को भी कोविड-19 की जांच के लिए मंजूरी दे दी गई है। आईसीएमआर(ICMR) ने प्रदेश में बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज सागर काे भी कोविड-19 की जांच के लिए मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही प्रदेश में कुल कोरोना जांच के लिए अधिकृत लैब की संख्या 9 हो गई है। भोपाल में अब कुल जांच केंद्र 4 हो गए हैं।
कोविड 19 की जांच के लिए रीवा स्थिति एसएस मेडिकल कॉलेज को भी जल्द मंजूरी मिल सकती है। बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. जीएस पटेल ने बताया कि उन्होंने सोमवार को शाम से टेस्टिंग प्रक्रिया शुरू करा दी है। फिलहाल हमारे पास कोविड-19 जांच के लिए सिर्फ 2 डॉक्टर और 4 टेक्निकल स्टाफ ही ट्रेंड हैं। इसलिए अभी हम राउंड-द-क्लाक लैब में काम चालू रखने की स्थिति में नहीं हैं। आईसीएमआर ने कैटेगरी-3 में हमें मंजूरी दी है, इसलिए हम इंडिपेंडेंट रिपोर्ट जारी करने के बजाए प्रायमरी टेस्टिंग रिपोर्ट देंगे।
मप्र के किसी भी प्राइवेट अस्पताल या लैब अब तक कोविड-19 की जांच शुरू नहीं कर पाया है। राज्य के इंदौर और उज्जैन के तीन प्राइवेट मेडिकल कॉलेज और एक पैथोलॉजी लैब ने खुद को कोविड-19 की जांच के लिए सक्षम होने का दावा करते हुए आईसीएमआर से अनुमति मांगी है। लेकिन आवेदन करने के 17 दिन बाद भी मंजूरी नहीं मिल सकी है। मंजूरी मांगने वालों में उज्जैन का आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज, इंदौर का श्री अरविंदो इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस, सेंट्रल लैब इंदौर और इंडेक्स मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट शामिल हैं। वहीं आईसीएमआर से 13 अप्रैल को एक सर्कुलर जारी कर बताया है कि ये इन मेडिकल कॉलेज और लैब से एनएबीएल का एक्रीडिएशन सर्टिफिकेट मांगा गया है। लेकिन अब तक किसी ने भी यह सर्टिफिकेट पेश नहीं किया है।