मुंबई. बॉलीवुड का सबसे मेगा इवेंट इंटरनेशनल इंडियन फिल्म एकेडमी (आईफा) अवॉर्ड इस साल मध्य प्रदेश में होना था। इस इवेंट के 21वें संस्करण के निमंत्रण पत्र भी छप गए थे और सारी तैयारियां आखिरी चरण में थीं, लेकिन अचानक सरकार बदलने और फिर कोरोना लॉकडाउन के कारण अब इस इवेंट के होने के संभावना खत्म हो गई है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसके लिए रखा गया फंड कोरोना के खिलाफ जारी जंग में लगाने का मन बना लिया है। उधर, कांग्रेस का दावा है कि आईफा के लिए किसी तरह का फंड रखा ही नहीं गया था। इस राजनीतिक रस्साकशी में दिलचस्प यह है कि आईफा के आयोजन से जुड़ी कम्पनी को इस बारे में कुछ भी नहीं पता है। 6 मार्च को आयोजकों ने आधिकारिक बयान जारी करके इवेंट टालने का फैसला लिया था। हालांकि, यह कहा गया था कि सेरेमनी मध्य प्रदेश में ही होगी, लेकिन अब बाकी सभी आयोजनों की तरह यह इवेंट भी फंस गया है।
आयोजक कम्पनी ने कहा- हमें कुछ भी नहीं पता
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के इस ड्रीम शो के ठंडे बस्ते में जाने की बात को लेकर आईफा के आयोजक कुछ भी कहने से बच रहे हैं। भास्कर ने इस इवेंट से जुड़ी कम्पनी विज क्राफ्ट से बात की तो उनके प्रतिनिधि ने ऐसी कोई जानकारी होने से इंकार किया। उनका कहना था कि हमें इस बारे में कुछ भी नहीं पता है। जब हमने उनसे पूछा कि अगर आयोजन मप्र में नहीं होगा तो क्या कोई प्लान बी है? इस पर भी उनकी ओर से कोई जानकारी प्राप्त नहीं हुई।
शिवराज ने समीक्षा बैठक में सुझाव दिया
बीते हफ्ते मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोरोनावायरस से निपटने के सुरक्षा इंतजामों की समीक्षा की। इसमें उन्होंने कहा कि अगर आईफा पर खर्च के लिए रखी गई धन राशि कोरोना के खिलाफ जंग में मदद के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में दी जाती तो एक बड़ी जनसंख्या को सहायता पहुंचाई जा सकती है।"
कांग्रेस ने फंड की बात नकारी
कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा है कि शिवराज सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए आईफा को बीच में न लाएं। आईफा के लिए हमारी सरकार ने किसी तरह का कोई 700 करोड़ बजट का आवंटन नहीं किया था।
दानदाताओं से फंड मांगेगी सरकार
अब मप्र सरकार कोरोना पीड़ितों पर खर्च के लिए दानदाताओं से आईफा के नाम पर दिए जाने वाले 30 करोड़ रुपए के लिए संपर्क करेगी। दरअसल आईफा के लिए कमलनाथ सरकार में अलग से कोई बजट मंजूर नहीं किया गया था और प्रमोशनल दानदाताओं से वित्तीय मदद लेना तय किया गया था। वित्त विभाग ने आईफा के लिए अलग से कोई बजट आवंटन नहीं होने का जिक्र किया है।
सेरेमनी मार्च में होनी थी
आईफा अवॉर्ड सेरेमनी मार्च में होने वाली थी। 20 मार्च को इसकी ओपनिंग भोपाल में होनी थी और मुख्य समारोह 27-29 मार्च तक इंदौर में होना था। 3 फरवरी को भोपाल में सलमान खान और जैकलीन फर्नांडीज ने तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ इसका ऐलान किया था। लेकिन कोरोनावायरस के मद्देनजर इसे टालने का फैसला लिया गया।