रतलाम। मंदसौर में जहरीली शराब पीने से हुई मौतों केेेे बाद अवैध शराब माफियाओं को पकड़ने में सक्रिय हुई रतलाम पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी। जावरा के सोहनगढ़ में करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष जीवन सिंह शेरपुर केेे संरक्षण में चल रही अवैध शराब फैक्ट्री को पकड़ने मेंं पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। यहाँ बनने वाली शराब मध्य प्रदेश केेे साथ ही गुजरात राजस्थान में भी सप्लाय की जाती थी।
अवैध एवं नकली शराब के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के तहत पुलिस को उस समय बडी सफलता हाथ लगी जब पुलिस ने जावरा अनुविभाग में चलाई जा रही अवैध शराब की एक फैक्ट्री का भण्डाफोड किया। पुलिस ने इस सिलसिले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है,जबकि छ: आरोपी फरार बताए गए है। अवैध शराब की फैक्ट्री संचालन में पूर्व में जिलाबदर किए गए जीवनसिंह शेरपुर की प्रमुख भूमिका पाई गई है। फरार आरोपियों में उसका नाम भी शामिल है।
पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी ने प्रेसवार्ता आयोजित कर पुलिस को मिली इस सफलता की विस्तार से जानकारी दी। SP श्री तिवारी ने बताया कि रविवार को जावरा के औद्योगिकक्षेत्र पुलिस थाने पर मुखबिर से सूचना मिली थी कि सोहनगढ में बडायला चौरासी रास्ते पर आंबाखारी खेत पर सुरेश पिता प्रभूलाल पाटीदार ने अवैध शराब बनाने की फैक्ट्री लगा रखी है,जहां कुछ लोग नकली शराब बनाकर उसका विक्रय करते है। सूचना के आधार पर पुलिस ने एक टीम गठित कर सुरेश पाटीदार के खेत पर दबिश देने के लिए भेजी। जैसे ही यह टीम सुरेश के खेत पर पंहुची,वहां बने कमरे के बाहर खडे एक व्यक्ति ने पुलिस को आता देख प्लास्टिक के ड्रम मे भरे तरल पदार्थ को ढोल दिया और वहां से भाग निकला। पुलिस टीम को उक्त स्थान पर तीन व्यक्ति हाथ लगे। पकडे गए व्यक्तियों ने अपने नाम मोईन खान पिता रईस खान 22 नि.उमठपालिया,सुरेश पिता प्रभुलाल पाटीदार 34 नि.सोहनगढ,जावरा और प्रभूलाल पिता चिमनलाल पाटीदार 55नि.सोहनगढ बताया। पुलिस की टीम को इस कमरे से नकली शराब बनाने की सामग्री व उपकरण,जिसमें 60 लीटर देशी शराब,यूरिया खाद,नौसादर,स्प्रिट (ओपी),ड्रम,टंकिया,शराब के खाली क्वार्टर,ढक्कन,लेबल और दो वाहन मिले। उक्त तीनों से पूछताछ करने पर उन्होने बताया कि भागने वाले आरोपी का नाम अनोखीलाल पिता भगतराम पाटीदार नि.सोहनगढ था। पुलिस ने तीनों आरोपियों को भादवि और आबकारी अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत गिरफ्तार कर वहां मिली सारी सामग्री को जब्त कर लिया।
ऐसे बनी थी अवैध शराब की फैक्ट्री
सुरेश पाटीदार के खेत पर गिरफ्तार हुए मोईन खान की पुलिस को पहले से तलाश थी। एसपी श्री तिवारी ने बताया कि करीब 42 दिन पहले 20 जून 2021 को रात पौने बारह बजे हाई वे पर स्थित माननखेडा चौराहा पर एक बोलेरो पिकअप वाहन क्र. एमपी 44-जीए-0886 दुर्घटनाग्रस्त होकर पलट गई थी और इस लोडींग वाहन में काफी मात्रा में शराब भरी हुई थी,जिसमे से काफी शराब गाडी पलटने सा बाहर भी गिर गई थी। सूचना मिलने पर जब पुलिस वहां पंहुची,तो वहां कोई आरोपी मौजूद नहीं था। इस मामले में चश्मदीद साक्षियों और वाहन से मिले दस्तावेजों के आधार पर पुलिस ने आरोपी ईश्वर सिंह पिता नाहर सिंह नि.जबरन कालोनी जावरा और उसके पुत्र को गिरफ्तार किया। इनसे की गई पूछताछ में उन्होने बताया कि उक्त शराब उमठपालिया के मोईनखान से लेकर मन्दसौर के थाना नारायणगण के ग्राम कमालिया निवासी नरेन्द्रसिंह को देने जा रहा था। मोईनखान और उसका एक साथी बलेनो कार से पिकअप के आगे पायलेटिंग करते हुए चल रहे थे और रास्ता क्लियर होने की जानकारी दे रहे थे। पुलिस ने जब नरेन्द्र सिंह को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की तो उसने बताया कि उसने मोईन खान से कई बार शराब मंगवाई है और मोईन खान के घर के तहखाने मेंऔर भी शराब रखी हुई है। पुलिस ने इस सूचना के आधार पर मोईन खान के घर के तहखाने से 58 पेटी शराब जब्त की। मोईन खान की तलाश की गई थी,लेकिन उस समय वह नहीं मिला था। पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी पर दस हजार रु. का ईनाम भी घोषित किया था।
42 दिन से फरार ईनामी आरोपी मोईन खान जब सुरेश पाटीदार के खेत से पुलिस की गिरफ्त में आया,तो पुलिस को नकली शराब बनाने की फैक्ट्री की पूरी कहानी का पता चला।