इंदौर। श्याम नगर में रहने वाले लक्ष्मीकांत गुप्ता गुरुवार को उस समय टेंशन में आ गए, जब उनके मोबाइल पर सुबह-सुबह मैसेज आया। मैसेज में लिखा था कि आपको वैक्सीन लग चुकी है। ऐसा ही मैसेज उनकी पत्नी के मोबाइल पर भी आया था, जबकि उन्होंने एक दिन पहले अपना और पत्नी का सिर्फ वैक्सीन लगवाने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाया था। मैसेज देख तत्काल वह बापट चौराहे स्थित सेंटर पर पहुंचे। यहां मौजूद टीकाकरण करने वालों को मैसेज दिखाया। इसके बाद उन्होंने तत्काल दोनों को टीका लगाकर सर्टिफिकेट जारी कर दिया।
गुप्ता की पत्नी के मोबाइल पर आया मैसेज।
श्याम नगर एनेक्स में रहने वाले लक्ष्मीकांत गुप्ता ने बताया, उन्हें और पत्नी रुक्मणि गुप्ता को पहला डोज लग चुका है। दूसरे डोज के लिए उन्होंने बुधवार रात अपना और पत्नी का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किया था। उन्होंने वैक्सीनेशन के लिए 11 से 1 बजे का स्लाॅट बुक करवाया था। सुबह 8 बजकर 32 मिनट पर उनके साथ उनकी पत्नी के माेबाइल पर एक मैसेज आया। मैसेज में लिखा था कि आपको वैक्सीन का दूसरा डोज सक्सेसफुल हो गया है। यह देख वे टेंशन में आ गए। वह तत्काल पत्नी को लेकर बापट चौराहे पर स्थित श्यामा प्रसाद मुखर्जी टीकाकरण केंद्र पर पहुंचे। यहां मौजूद स्वास्थ्यकर्मियों को मैसेज दिखाया।
गुप्ता ने बुधवार रात को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाया था।
मैसेज देख स्टाफ तत्काल उन्हें विंडो पर ले गए। वहां उनका और पत्नी का नाम, उम्र, मोबाइल नंबर पर्ची पर लिखकर उन्हें वैक्सीन लगाई गई। लक्ष्मीकांत गुप्ता का कहना था, मैसेज देख उन्होंने टेंशन हो गई, यदि वे किसी कारणवश वैक्सीनेशन सेंटर नहीं पहुंचते, तो उनका नाम तो दूसरे डोज लगने के रिकाॅर्ड में शामिल हो चुका था। ऐसे में उनके दूसरे डोज का क्या होता? जब टीकाकरण केंद्रों के 9 बजे खुलने का समय है, तो फिर साढ़े 8 बजे कैसे वैक्सीन लग गई।
हालांकि मामले में अधिकारियों का कहना है कि रजिस्ट्रेशन के बाद यह शेड्यूल में आ जाता है। इसके बाद शेड्यूलिंग करने वाले ने उसे वैरिफाई कर दिया होगा। यह कैसे हुए, इसे देखकर ही बता पाएंगे। बता दें कि गुरुवार को जिले में 170 केंद्रों पर 55 हजार 500 टीके लगाने का लक्ष्य रखा गया है, लेकिन वैक्सीन 74592 हजार से ज्यादा हुआ।
11 से 1 बजे के बीच का स्लॉट बुक हुआ था।
सुबह 11 बजे रुक्मणि गुप्ता को लगी वैक्सीन।
लक्ष्मीकांत गुप्ता को लगी वैक्सीन का सर्टिफिकेट।