शिवपुरी। शिवपुरी जिले में बदरवास क्षेत्र के ग्राम बारई में कंट्रोल पर ग्रामीणों ने सरकारी गेहूं लूट लिया। फूड इंस्पेक्टर के सामने ग्रामीण 150 क्विंटल गेहूं लूट ले गए। ग्रामीण राशन न मिलने से परेशान था। घटना से एक दिन पहले गांव वालों ने शिवपुरी आकर गांव की उचित मूल्य की दुकान पर सेल्समैन राहुल गोस्वामी द्वारा गेहूं नहीं बांटे जाने की शिकायत की थी। हालांकि फूड इंस्पेक्टर नरेश मांझी का कहना है, दुकान में 70 क्विंटल गेहूं था।
इधर, सेल्स मैन ने गांव के धर्मेन्द्र यादव व शंभू यादव पर गाली-गलौज व पीओएस मशीन फेंकने का आरोप भी लगाया है। मामले पर जिला फूड ऑफिसर विपिन पटेल ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
ग्राम बारई की उचित मूल्य की दुकान के सेल्समैन राहुल गांव में गेहूं का वितरण नहीं कर रहा था। ग्रामीणों ने मंगलवार को जिला फूड ऑफिसर विपिन पटेल से इसकी शिकायत की। उन्होंने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि वह बुधवार को फूड इंस्पेक्टर को भिजवा कर अनाज वितरण करवाएंगे। दोपहर पटवारी नीरज दांगी, फूड इंस्पेक्टर नरेश मांझी गांव पहुंचे। उन्होंने दुकान खुलवा कर ग्रामीणों को गेहूं बंटवाना शुरू करवाया। करीब 10 लोगों को गेहूं बांट भी दिया गया, तभी अचानक भीड़ बेकाबू होने लगी। भीड़ में मौजूद कुछ लोग गेहूं के बारे उठाकर भागने लगे। सेल्समैन ने मामले की शिकायत पुलिस को दर्ज कराई है।
आरोप- सेल्समैन ने लुटवाया गेहूं
पड़ताल के दौरान गांव के लोगों ने नाम न उजागर करने की शर्त पर बताया, सेल्समैन द्वारा गेहूं खुर्दबुर्द कर दिया गया था। ऐसे में शिकायत के बाद गांव पहुंचे अधिकारियों के सामने अगर शांति से गेहूं वितरण होता, तो गेहूं खुर्द बुर्द करने की बात सामने आ जाती। वह हिसाब नहीं दे पाता। इसी के चलते रणनीति के तहत गेहूं के कट्टे लुटवाए गए। मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने इसका वीडियो भी बना लिया।
जांच करवाएंगे
मामले में जिला फूड ऑफिसर विपिन पटेल का कहना है कि ग्रामीणों ने शिकायत की थी, इसके बाद मैंने फूड इंस्पेक्टर को भिजवा कर गेहूं वितरण सुनिश्चित करवाया। इसी दौरान अचानक यह घटना हुई है। गेहूं की लूट हुई है या बात कुछ और है, यह तो जांच के बाद ही सामने आएगा। मामले की जांच करवाएंगे।
वहीं मामले में फूड इंस्पेक्टर नरेश मांझी का कहना है कि दुकान में 150 नहीं सिर्फ 70 क्विंटल गेहूं था। हमने व्यवस्था बनवा कर 10 लोगों को वितरण भी करवा दिया, तभी अचानक भीड़ बेकाबू हुई और अंदर घुस आई। ग्रामीणों को रोका, लेकिन वह नहीं माने और गेहूं के कट्टे उठाकर भाग गए। ग्रामीण कौन थे, यह तो सेल्समैन ही पहचान पाएगा। वही उनके खिलाफ कार्रवाई करवाएगा।