प्रधानमंत्री ने पूछा- आप डिजिटल पेमेंट लेती हैं या नगद; नाजमीन बोली- नहीं सर, कैश और डिजिटल दोनों तरह से पेमेंट लेती हूं

Posted By: Himmat Jaithwar
7/1/2021

उज्जैन। देशभर के 7 स्ट्रीट वेंडर में से एक उज्जैन की 41 साल की नाजमीन से PM मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की। प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी ने पूछा- नाजमीन जी आप डिजिटल पेमेंट लेती हैं या नगद। इस पर नाजमीन ने कहा- नहीं सर, कैश और डिजिटल दोनों तरह से पेमेंट लेती हूं। फल के ठेले पर क्यूआर कोड लगा रखा है। कस्टमर को डिजिटल पेमेंट करने के लिए कहती हूं। कुछ लोग कैश भी करते हैं। प्रधानमंत्री ने नाजमीन से ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करने के लिए कहा। उसने फल व्यापारी शुभम को 1520 रुपए मोबाइल से ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करके दिखाया।

पीएम ने पूछा कि पहले क्या इस प्रकार की मदद मिली थी क्या, फायदा क्या हुआ? इस पर नाजमीन ने कहा, लॉकडाउन में हमारी आर्थिक स्थिति कमजोर हो गई। हमारे पास कुछ भी नहीं था। हमने अखबार के माध्यम से इस योजन को जाना। एमपी ऑनलाइन जाकर ऑनलाइन अप्लाई किया। किस्तें भी सभी ऑनलाइन चुकाई।

पढ़िए नाजमीन की पूरी कहानी
B.Com पास नाजमीन उज्जैन जिले की एक मात्र ऐसी महिला हैं, जिन्होंने हर ट्रांजेक्शन ऑनलाइन किया। वह डिजिटल नाजमीन के नाम से जानी जाती हैं। उन्होंने MP ONLINE के माध्यम से फॉर्म फील किया, फीस ऑनलाइन दी, निगम से अप्रूवल हुई योजना में बैंक की किश्त भी ऑनलाइन जमा की। नाजमीन ठेले पर आने वाले हर ग्राहक ने ऑनलाइन पेमेंट के लिए कहती हैं।

अपने फल के ठेले पर नाजमीन।
अपने फल के ठेले पर नाजमीन।

नाजमीन के पति शाकिर कार मैकेनिक हैं। लॉकडाउन में पति का काम ठप हो गया तो परिवार की आर्थिक स्थिति बिगड़ गई। इसके बाद नाजमीन ने पहले सिलाई सीखी। इसके साथ ही फल का ठेला भी लगा लिया, क्योंकि इसमें ज्यादा कमाई थी। शहरी आजीविका मिशन में नगर निगम में रजिस्ट्रेशन करा कर 10 हजार रुपए का लोन लेकर कारोबार बढ़ाया। वह उज्जैन के देवास रोड स्थित नागझिरी चौराहे पर ठेला लगाती हैं। उन्होंने 10 हजार रुपए का लोन भी समय पर लोन लौटा दिए। इसके बाद उन्होंने 20 हजार का लोन फिर से लिया। ये लोन भी उन्होंने समय पर चुका दिया। इस बार नाजमीन को समय पर लोन चुकाने पर 1 हजार रुपया कैश बैक भी मिला।

नाजमीन खान देवास रोड स्थित नई इंदिरा नगर में रहती हैं। नाजमीन के तीन बच्चे हैं। एक बेटी अलीजा (15), दो बेटे फरहाज (17) और 12 वर्षीय मुस्तफा हैं। सभी अभी पढ़ाई कर रहे हैं।

नाजमीन के ठेले पर ऑनलाइन पेमेंट की सुविधा।
नाजमीन के ठेले पर ऑनलाइन पेमेंट की सुविधा।

उज्जैन निगम उपायुक्त सुबोध जैन ने बताया, पिछले साल जब लॉकडाउन लगा था, तब प्रधानमंत्री ने स्वनिधि योजना चालू की थी। इस योजना के अंतर्गत जितने भी स्ट्रीट वेंडर हैं, उनके लिए 10 हजार की राशि देने की योजना है। नाजमीन ने ऑनलाइन इसके लिए अप्लाई किया था। वह हर कार्य को ऑनलाइन ट्रांसेक्शन के माध्यम से महत्व दिया और यही कारण रहा इनके चयन होने का।

क्या कहा नाजमीन ने

आज बहुत खुश हूं कि मेरी बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हुई है। मेरे पति मैकेनिक हैं। लॉकडाउन में आर्थिक स्थिति बिगड़ गई तो मजबूरी में फल का ठेला लगाना पड़ा। मुझे योजना की जानकारी अखबार से मिली थी और उसके बाद मैंने MP ऑनलाइन के माध्यम से अप्लाई किया। मेरा फॉर्म अप्रूव हो गया। अभी मैं हर रोज 1000-1500 कमा लेती हूं। मैंने प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना से सिलाई का कार्य भी सीखा था। इससे भी मैं हर रोज 200 रुपए तक कमा लेती हूं।

हर ग्राहक से ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के लिए कहती हूं

मेरे ठेले पर जो भी ग्राहक फल लेने आता है, उससे यही गुजारिश करती हूं कि आप ऑनलाइन ट्रांजैक्शन कर दें, ताकि मेरा बचा हुआ पैसा सीधा मेरे अकाउंट में चला जाए।



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