इंदौर। इंदौर में SBI की 'लुटेरी' मैनेजर स्वीटी सुनेरिया और पति आशीष की कहानी धीरे-धीरे सामने आ रही है। पति के साथ घर से फरार होने से पहले स्वीटी ने अपनी रोती बेटी को 2 हजार रुपए दिए थे। उसने कहा कि वह दो दिन में आ जाएगी, लेकिन अब तक फरार है। स्वीटी पर आरोप है कि उसने 3 साल में बैंक कस्टमर की FD पर लोन लेकर 11 करोड़ 84 लाख का फर्जीवाड़ा किया। उसने रुपए शेयर मार्केट में लगा दिए हैं।
FIR दर्ज होने के एक माह पहले ही हो गए थे फरार
CBI ने 22 जून को FIR दर्ज की थी। CBI इंदौर पहुंचती उससे पहले ही स्वीटी अपने पति के साथ 29 मई को देर रात इंदौर से फरार हो गई। इसे साफ जाहिर होता है कि दोनों को मामले का खुलासा होने और FIR दर्ज होने की भनक पहले से थी। इसके बाद इंदौर में अलग-अलग ठिकानों पर CBI ने छापेमार कार्रवाई की। स्वीटी ने अपनी रोती बच्ची को अपने मां ने पास ही छोड़ दिया है। छापे के दौरान अधिकारियों ने स्वीटी की छोटी बहन और उसके गोयल विहार खजराना स्थित घर में कई घंटों तक तलाशी ली थी।
आशीष ने बनाया मामा के मौत का बहाना
शातिर आशीष ने स्वीटी की मां को यह कहा कि उसके मामा का देहांत हो गया है। हमें अर्जेंट दिल्ली जाना है। हम दो दिन में लौट आएंगे, इसलिए उन्होंने बच्ची को अपने साथ नहीं लिया और 29 की शाम को दोनों ने ट्रेन से इंदौर से बाहर निकाल गए।
स्वीटी और आशीष।
दो दिन में दिल्ली से वापस आने का कहा था
आशीष सलूजा दिल्ली का रहने वाला है। इसलिए उसने इंदौर से बाहर जाने क लिए दिल्ली जाना उचित समझा। आशीष के भी माता-पिता नहीं हैं, इसलिए उसने मामा की मौत का बहाना बनाया था।
पति आशीष को हुआ था कोरोना
आशीष को 1 मई को कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। उसका इलाज सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में चल रहा था। 22 मई को उसे डिस्चार्ज किया गया था। आशीष को शेयर बाजार में रुपए लगाने का शौक था।
स्वीटी अपनी मां के साथ।
22 जून की CBI ने दर्ज की FIR।