जबलपुर। भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) की कंगाली मोबाइल उपभोक्ता पर भारी पड़ रही है। तैय्यब अली पेट्रोल पंप के आसपास पहुंचते ही मोबाइल के सिग्नल गायब हो जाते हैं। ऐसा 20 जून से हो रहा है। दरअसल इस क्षेत्र में लगे मोबाइल टाॅवर में तकनीकी खराबी आ गई है। विभाग की परेशानी ये है कि भवन मालिक नौ महीने से टॉवर का किराया नहीं मिलने से घर में घुसने नहीं दे रहा। विभाग के लोग ओमती थाने पहुंचे। पर भवन स्वामी की जिद देखकर पुलिस ने भी हाथ खड़े कर दिए।
तैयब अली पेट्रोल पंप के पास रहने वाली डॉक्टर अंजुम उस्मानी के भवन में बीएसएनएल का मोबाइल टॉवर किराए पर लगा है। कंपनी ने भूस्वामी से टॉवर का अनुबंध 30 नवंबर 2022 तक किया है। इस टॉवर में 20 जून को खराब आ गई। क्षेत्र के बीएसएनएल उपभोक्ताओं ने सिग्नल गायब होने की शिकायत की, तब पता चला। विभाग के इंजीनियर टाॅवर की तकनीकी खराबी दूर करने गए तो भवन स्वामी ने रोक दिया। भवन स्वामी का अक्टूबर 2020 से विभाग ने किराया नहीं दिया है।
भवन स्वामी की जिद किराया दो, तभी मेंटेनेंस करने देंगे
तैय्यब अली पेट्रोल पंप के पास इस टावर से आसपास के बड़े क्षेत्र में मोबाइल का सिग्नल जुड़ा है। कई सारे सरकारी विभाग, अस्पताल और निजी कार्यालय है। टॉवर में खराबी होने की वजह से यहां के हजारों उपभोक्ताओं को इस क्षेत्र में सिग्नल की परेशानी हो रही है। जबकि भवन स्वामी ने विभाग से दो टूक बोल दिया है कि नौ महीने का किराया तो, तभी मेंटेनेंस करने देंगे।
थाने में शिकायत, पुलिस ने भी खड़े किए हाथ
बीएसएनएल उपमंडल अभियंता की ओर से इस मामले में ओमती थाने में शिकायत की गई। इसमें भवन स्वामी पर टॉवर मेंटेनेंस में व्यवधान डालने का आरोप लगाया गया। पुलिस पहुंची तब भवन स्वामी ने किराया न मिलने की बात कही। बताया कि विभाग नौ महीने से जल्द भुगतान का सिर्फ आश्वासन ही दे रहा है। कई बार पत्राचार भी किया, लेकिन कोई जवाब नहीं दिया गया। उधर, विभाग का कहना है कि किराया भुगतान के लिए अभी फंड नहीं है। ऊपर से फंड जारी होते ही भुगतान कर देंगे। पर भवन स्वामी बिना किराया पाए अंदर प्रवेश देने को तैयार नहीं हुईं। मजबूरी में पुलिस को भी लौटना पड़ा।
पुलिस कुछ नहीं कर सकती
बीएसएनएल के उपमंडल अभियंता ने टॉवर में सुधार कार्य न करने के संबंध में शिकायत की है। शिकायत के आधार पर भूस्वामी से बातचीत की, तो पता चला कि उनका नौ महीने से किराया नहीं मिला। भवन स्वामी और विभाग के बीच इसका अनुबंध भी है। ऐसे में पुलिस भी भवन स्वामी पर दबाव नहीं डाल सकता है।
एसपीएस बघेल, टीआई ओमती