मध्य प्रदेश ने वैक्सीनेशन के जून माह का लक्ष्य एक दिन पहले ही पूरा कर लिया है। इसका असर यह हुआ है कि प्रदेश में वैक्सीन का स्टॉक खत्म हो गया, इसलिए अब 29 और 30 जून को वैक्सीनेशन का सत्र आयोजित नहीं होगा। 1 जुलाई और 3 जुलाई को वैक्सीनेशन का विशेष महाअभियान आयोजित किया जाएगा। इस संबंध में सोमवार को सभी कलेक्टर को राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ.संतोष शुक्ला ने दिशा-निर्देश जारी किए। इसके तहत 1 जुलाई को कोवीशील्ड वैक्सीन के ही सत्र आयोजित किए जाएंगे। जहां पहला और दूसरा दोनों डोज लगेगे। वहीं, 3 जुलाई को सिर्फ कोवैक्सिन के सत्र आयोजित होगे। इसमें पहला डोज लगा चुके नागरिकों को सिर्फ दूसरा डोज ही लगाया जाएगा।
NHM की तरफ से जारी दिशा-निर्देशों में शासकीय विभागों के हेल्थ/फ्रंट लाइन वर्कर्स को पहला और दूसरा दोनों डोज लगाने का शत प्रतिशत वैक्सीनेशन सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है। दूसरा डोज लगाने से छूटे लोगों से संपर्क कर और व्यापक प्रचार-प्रसार कर निकट के वैक्सीनेशन सत्र पर बुला कर वैक्सीन लगाने के प्रयास करने को कहा है।
महाराष्ट्र और दूसरे राज्यों से सटे गांवों में वैक्सीनेशन सत्र आयोजित करने को कहा
साथ ही महाराष्ट्र में बढ़ते कोरोना के मामले को देखते हुए दूसरे राज्यों की बॉर्डर से सटे गांव की सूची बनाकर विशेष प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीनेशन सत्र आयोजित करने पर काम करने को कहा है। ताकि कोरोना संक्रमण को रोका जा सके। इसमें वैक्सीन के वेस्टेज को न्यूनतम करने के लिए सभी सत्र कोविन पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन करने के लिए कहा गया है। साथ ही प्रत्येक वायल में उपलब्ध अतिरिक्त 11वें डोज का भी उपयोग करने को बोला गया है।
वहीं, मुख्यमंत्री कोविड-19 टीकाकरण एक्सीलेंस अवार्ड के लिए शत प्रतिदिन वैक्सीनेशन का दावा करने वाली ग्राम/जनपद/जिला/ नगर पंचायतों तथा नगर पालिका/नगर निगमों का सत्यापन 30 जून तक पूरा करने को कहा गया है। इसके अलावा युवा शक्ति कोरोना मुक्ति अभियान के तहत 10 लाख छात्र/छात्राओं का प्रशिक्षण जल्द से जल्द पूरा करने को कहा गया है। ताकि लोगों को तेजी से वैक्सीनेशन के लिए जागरूक किया जा सके।
वैक्सीनेशन के महाअभियान के तहत 21 जून से 28 जून तक 8 दिनों में 50 लाख 71 हजार 259 लोगों को वैक्सीन लगा कर जून माह का लक्ष्य एक दिन पहले ही पूरा कर लिया गया। सोमवार को प्रदेश में 4 लाख 73 हजार 880 लोगों को वैक्सीन लगाई गई। इसके साथ ही प्रदेश में अब तक 2 करोड़ 62 हजार 871 लोगों को पहला और दूसरा डोज लगाया जा चुका है।