ग्वालियर। ग्वालियर का बड़ा कारोबारी, लग्जरी लाइफ, एसी ऑफिस और आलीशान बंगले का आदी धर्मवीर भदौरिया को जेल में गर्मी सता रही है। गर्मी के बाद मच्छर उसे काट रहे हैं। इस तरह की लाइफ की उसे आदत भी नहीं है। यहां बता दें कि वह दो छात्राओं के साथ दुष्कर्म और उनका न्यूड वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने के मामले में जेल में बंद है।
कुछ समय तक वह क्वारैंटाइन पीरियड में रहा। तब तक ठीक था, लेकिन अब उसे गर्मी और सरकारी चाल से घूमते पंखे खासा परेशान कर रहे हैं। हाल ही में उसने स्वास्थ्य खराब होने का बहाना कर जमानत लेने का भी प्रयास किया है। सोमवार को पुलिस ने उसे प्रोटेक्शन वारंट पर रिमांड पर लिया है। उससे वीडियो बरामद करने हैं।
जून के पहले सप्ताह में गोला का मंदिर थाने में 7 दिन में दो छात्राओं ने शहर के बड़े और चर्चित आटा कारोबारी धर्मवीर सिंह भदौरिया पर दुष्कर्म करने और उनके न्यूड वीडियो बनाकर ब्लैकमेल कर बार-बार शारीरिक शोषण करने की शिकायत की थी। जब यह शिकायत पहुंची तो पुलिस ने मामले दर्ज किए। FIR के चार दिन बाद उसे उसे दिल्ली से पुलिस ने गिरफ्तार किया था। कोर्ट में पेश करने के बाद उसे जेल भेज दिया गया था। पहले 10 दिन वह क्वारैंटाइन वार्ड में रहा। वहां तक तो ठीक था, लेकिन अब वह जेल की बैरक में पहुंच गया है। वह परेशान हो रहा था तभी पुलिस ने उसे 5 दिन की रिमांड पर ले लिया है।
24 घंटे एसी चलाने वाला अब जेल में घुमा रहा हाथ का पंखा
सेन्ट्रल जेल में बंद आटा और ब्रेड कारोबारी धर्मवीर सिंह भदौरिया रीयल लाइफ में गाड़ी से लेकर एसी बंगला और ऑफिस में रहता था। उसकी कोई भी गाड़ी की कीमत 25 लाख रुपए से कम नहीं है। पर अब उसे जेल की गर्मी और लाइट जाने पर हाथ का पंखा हिलाना पड़ रहा है। सुबह से शाम तक पसीना से तर बतर हो रहा है।
साथ रहने वाले बंदियों से रखता है दूरी
सेन्ट्रल जेल की जिस बैरक में कारोबारी को रखा गया है, वहां पर अन्य अपराधों में पहुंचे बंदी भी है, लेकिन कारोबारी उनसे दूरी बनाकर रखता है। बैरक में पहुंचने के बाद अभी तक उसकी किसी से भी बातचीत नहीं होती है। अगर कोई बंदी बात करना चाहता है तो वह उससे बात नहीं करता है। बैरक का रहन सहन भी उसे पंसद नहीं आ रहा है और वह रात- दिन करवटें बदलता रहता है।
किसी भी हालत में जमानत चाहिए
कारोबारी धर्मवीर सिंह भदौरिया के शुभचिंतक ऐसे वकीलों के यहां पर चक्कर काट रहे जो शहर के बड़े वकील हैं। साथ ही शर्त पर जमानत दिला देते हैं, लेकिन कानून के जानकार कहते हैं कि इस मामले में बार-बार कारोबारी का पुराना रिकॉर्ड उसके काम को खराब कर रहा है।
बीमारी का बहाना कर जमानत लेने का किया था प्रयास
जेल में खराब स्वास्थ्य को कारण बताते हुए कारोबारी ने जमानत लेने का प्रयास किया था, लेकिन उसे जमानत नहीं मिली। अब वह जमानत के नए रास्ते तलाश रहा है। उसके खास लोग फरियादी परिवारों से संपर्क कर जमानत पर विरोध न करने के लिए सेटिंग भी कर रहे हैं।