जबलपुर। बीजेपी सांसद मेनका गांधी द्वारा नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय को घटिया कहने को लेकर जबलपुर में आक्रोश बना हुआ है। नागरिक उपभोक्ता मंच ने सांसद मेनका गांधी को लीगल नोटिस भेजा है। मंच ने तीन दिन में माफी मांगने का अल्टीमेटम दिया है। ऐसा न करने पर कोर्ट में कानूनी कार्रवाई की बात कही है। जबलपुर में पढ़ाई कर चंडीगढ़ में प्राइवेट प्रेक्टिस कर रहे वेटनरी डॉक्टर विकास शर्मा को अपशब कहते हुए नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय को भी घटिया बोल दी थी। दोनों की बातचीत संबंधी ऑडियो 21 जून को वायरल हो गया था। तब से इसे लेकर जबलपुर सहित पूरे देश के वेटनरी डॉक्टरों में आक्रोश है। जबलपुर में वेटनरी के छात्रों, अध्यापक प्रदर्शन कर रहे हैं और सांसद मेनका गांधी से माफी मांगने की मांग पर अड़े हैं।
नागरिक उपभोक्ता मंच के अध्यक्ष डॉ. पीजी नाजपांडे और रजत भार्गव की ओर से अधिवक्ता दिनेश उपाध्याय ने ये कानूनी नोटिस भेजा है। नोटिस में कहा गया है कि सांसद मेनका गांधी पूर्व में केंद्रीय मंत्री भी रह चुकी हैं। संवैधानिक पद पर रहा व्यक्ति इस तरह असंवैधानिक शब्दों का प्रयोग नहीं कर सकता है। उनके शब्द जबलपुर वेटनरी कॉलेज और यहां के लोगों के दिलों को ठेस पहुंचाया है। जबलपुर का प्रत्येक नागरिक अपमानित महसूस कर रहा है। ऐसे में अविलंब आप लिखित माफी मांगे। अन्यथा नागरिक उपभोक्ता मंच मानहानि का प्रकरण हाईकोर्ट में लगाएगी।
सांसद मेनका गांधी के वायरल ऑडियों पर बीजेपी विधायक अजय विश्नोई का पलटवार।
बीजेपी विधायक अजय विश्नोई कर चुके हैं तीखी टिप्पणी
26 जून को इस मामले ने तब और तूल पकड़ लिया, जब बीजेपी के कद्दावर नेता एवं पाटन विधायक अजय विश्नोई इस मामले में सोशल मीडिया पर अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए तीखी टिप्पणी की थी। पोस्ट में लिखा था कि "विगत दिवस सांसद मेनका गांधी ने पशु चिकित्सक डॉ. विकास शर्मा से जिन शब्दों में बात की, उससे वेटरनरी कॉलेज जबलपुर घटिया सिद्ध नहीं जो जाता, परंतु यह जरूर सिद्ध हो जाता है कि मेनका गांधी निहायत ही घटिया महिला हैं। मैं शर्मिंदा हूं कि ये मेरी पार्टी की सांसद (नेता नहीं) हैं।'
कांग्रेस नेता सौरभ नाटी शर्मा ने 27 जून को सिविल लाइंस थाने के सामने किया था प्रदर्शन।
कांग्रेस भी कर चुकी है प्रदर्शन
27 जून को कांग्रेस नेता सौरभ नाटी शर्मा की अगुवाई में कार्यकर्ताओं ने सांसद राकेश सिंह के आवास पर ज्ञापन देने की कोशिश की थी। उनकी मांग थी कि जबलपुर की जनभावनाओं का आदर करते हुए सांसद राकेश सिंह अपनी पार्टी की सांसद मेनका गांधी से बात कर उनको जबलपुर के बारे में कहे गए अपने शब्दों को वापस लेने के लिए कहें। हालांकि पुलिस ने सभी को बेरीकेट्स लगाकर पहले ही रोक दिया था। कांग्रेसियों ने सीएसपी के माध्यम से अपना ज्ञापन सौंपा।