जबलपुर। जबलपुर में मानसून मेहरबान बना हुआ है। जून में औसत से 47% अधिक बारिश हो चुकी है। पूर्वी उत्तर प्रदेश से झारखंड होते हुए पश्चिम बंगाल तक सक्रिय मानसूनी ट्रफ लाइन के प्रभाव से शहर के ऊपर बादलों का डेरा बना हुआ है। हालांकि शनिवार काे सुबह धूप निकली हुई है। अच्छी बारिश का परिणाम है कि बरगी डैम का जलस्तर 414.95 मीटर पर पहुंच चुका है। इस डैम की 422 मीटर तक जल क्षमता है। इसके बाद गेट खोलने पड़ते हैं। अभी बिजली बनाने के लिए ही पानी छोड़ा जा रहा है।
जबलपुर में 25 जून शुक्रवार को दिन में उमस के बाद शाम को बारिश शुरू हुई जो रुक-रुक कर रात में भी होती रही। हल्की बारिश से रात में ठंडक का अहसास बना रहा। बादल और बारिश के चलते तापमान नियंत्रण में है। शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 21.6 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं अधिकतम 31.9 तक पहुंचा था।
बरगी डैम में 415 मीटर के लगभग जल स्तर पहुंच चुका है। इसकी क्षमता 422 मीटर की है।
द्रोणिका के असर से बना बारिश का सिस्टम
मौसम विज्ञान केंद्र में वैज्ञानिक सहायक देवेंद्र कुमार तिवारी के मुताबिक मानसूनी ट्रफ लाइन पूर्वी उत्तर प्रदेश से झारखंड होते हुए बंगाल तक सक्रिय है। झारखंड के ऊपर एक दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इससे शहर का मौसम प्रभावित है। पंजाब और उससे लगे हरियाणा और दक्षिणी-पश्चिमी राजस्थन के ऊपर भी एक चक्रवात सक्रिय है। इसके प्रभाव से राजस्थान से मप्र, झारखंड होते हुए एक द्रोणिका बंगाल की खाड़ी तक बना हुआ है। इसी से बादल शहर में बारिश और बादल छाए हुए हैं।
पिछले साल की तुलना में 6 गुना अधिक बारिश, पाटन-शहपुरा से रूठा मानसून
जिले में अभी 1 से 25 जून तक 151.4 मिमी बारिश हो चुकी है। पिछले वर्ष इसी अवधि में 24.7 मिमी के लगभग बारिश हुई थी। हालांकि जिले में औसत बारिश 102.8 मिमी होती है। जबलपुर तहसील के वर्षामापी केन्द्र बरगी में 230.6 मिमी, बरेला वर्षामापी केन्द्र में 111.8 मिमी, पनागर वर्षामापी केन्द्र में 193.6 मिमी, कुण्डम वर्षामापी केन्द्र में 257.9 मिमी, पाटन में 77.8 मिमी, शहपुरा वर्षामापी केन्द्र में 80.4 मिमी, सिहोरा में 134.4 मिमी, मझौली वर्षामापी केन्द्र में 133.4 मिमी और अधारताल में 142.8 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई है।