राजगढ़। मध्यप्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर के कमजोर होते ही अनलॉक कर दिया गया। अब तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है। बावजूद लोग मानने को तैयार नहीं हैं। लापरवाही का नजारा राजगढ़ में देखने को मिल रहा है। यहां पुलिस के सामने ही गाइड लाइन की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। जानकर हैरानी होगी कि 3 सवारियों वाले ऑटो में ठूंस-ठूंसकर 15 सवारी तक बैठा रहे हैं। यहां लोग जान की परवाह किए बगैर यात्रा कर रहे हैं। इससे न सिर्फ बीमारी, बल्कि हादसे को भी निमंत्रण दिया जा रहा है।
अनलॉक के कुछ दिन बाद ही यहां के पुराने बस स्टैंड पर बुधवार को यातायात पुलिस के सामने ही वाहन डॉक्टर ने क्षमता से अधिक सवारी बैठा कर सफर किया। यहां से कालीपीठ समेत दूसरे गांवों की ओर लोग जाते हैं। बीच में नदी का पुल भी पड़ता है। यातायात पुलिस के रोकने पर भी उनकी एक नहीं सुनी। लोग ऑटो और जीप के ऊपर तक बैठने को तैयार हो जाते हैं। यही कारण है, ओवर लोडिंग ऑटो चालक हादसों को न्योता दे रहे हैं। पुराने बस स्टैंड से कालापीठ जाने वाली सड़कों पर रोजाना ऐसे नजारे देखने को मिल जाते हैं।
कई के पास ड्राइविंग लाइसेंस तक नहीं
जो ऑटो रिक्शा ग्रामीण क्षेत्र से राजगढ़ तक पहुंचते हैं, उनमें से कई के पास तो ड्राइविंग लाइसेंस तक नहीं है। उन्हें यातायात नियमों की भी जानकारी नहीं है। यही नहीं, उनके वाहन भी अनफिट हैं।
पहले हो चुका है हादसा
बता दें कि ओवर लोडिंग की वजह से पहले भी हादसा हो चुका है। राजगढ़ से ओवरलोड ऑटो में सवार हिरण खेड़ी गांव जा रही एक ही गांव की 14 छात्राएं और ड्राइवर की मौत ब्यावरा रोड पर बस की टक्कर के बाद हुई थी।