दादा बोले - बेटा उस लड़की का दीवाना है, उसने पोते से कहा था, तू लंकाभेदी है; इसी टेंशन में खुद को गोली मार ली

Posted By: Himmat Jaithwar
6/24/2021

इंदौर। बेटे की होम ट्यूटर से शादी रचाने जा रहे डाॅक्टर जितेंद्र पिंडोरिया के डर के कारण ही उसके 19 साल के बेटे यशवंत ने अपने फार्म हाउस पर अवैध पिस्टल से खुद को गोली मार ली थी। ये बात परिजन के बयान और पुलिस के प्राथमिक इनवेस्टिगेशन में सामने आई है। यशवंत के दादा ने कहा कि, मेरा बेटा (डाॅक्टर) उस लड़की का दीवाना है। दूसरी शादी न हो पाने के बाद बेटे ने पोते से कहा था कि तू मेरा भेदिया है, तूने मेरी लंका ढहाई है। इसी बात को उसने दिल पर ले लिया था।

पुलिस के मुताबिक कल तक यशवंत की मौत का मामला संदिग्ध था, लेकिन बुधवार देर रात जांच के बाद ये मामला सुसाइड का ही नजर आ रहा है। संभवत: इन्होंने पुलिस के डर से चुपचाप अंतिम संस्कार कर बेटे की खुदखुशी के मामले को छिपाने की कोशिश की।

कंपेल चौकी प्रभारी विश्वजीत सिंह तोमर के मुताबिक यशवंत की मौत आत्महत्या ही है, क्योंकि बेटा पिता जितेंद्र के साथ होम ट्यूटर लक्ष्मीप्रिया के प्रेम प्रसंग में सहयोगी था। पिता की शादी में भी परिवार को जानकारी दिए बिना ही ये पिता की शादी की तैयारियां भी कर रहा था, लेकिन जैसे ही उसके दादा और मां का उस पर दबाव बना तो उसने पिता की शादी की पोल खोल दी।

उसे लगा कि पिता गलत कर रहे हैं, तो उसने परिवार को बताया कि पिता भंवरकुआं इलाके के मैरेिज गार्डन में शादी रचा रहे हैं। इस पर डॉ. जितेंद्र की पत्नी कांताबाई, पिता मांगीलाल, बेटा राज और बेटी मुस्कान पहुंची और विवाद कर शादी रुकवा दी। इससे पिता गुस्सा हो गया। पिता को जेल हुई तो गांव और समाज के सामने मुंह दिखाने के डर से पत्नी ने जमानत पर आपत्ति नहीं ली। इसी कारण अगले ही दिन पिता जितेंद्र जेल से छूट गया।

मंगलवार को ही डॉक्टर जेल से छूटकर आया, बच्चों और पत्नी से हुआ था विवाद
सिमरोल टीआई महेंद्र सिंह भदौरिया ने बताया कि मृतक यशवंत (19) पिता डॉ. जितेंद्र पिंडोरिया निवासी कंपेल गांव है। वह कक्षा 12वीं का छात्र था। उसके दादा मांगीलाल पिंडोरिया ने बताया कि घटना वाले दिन वह पिता के साथ इंदौर गया था, लेकिन बीच में ही उसके पिता ने उसे कार से यह कहते हुए उतार दिया कि तू मेरा भेदिया है, तूने मेरी लंका ढहाई है। इसी बात को उसने दिल पर ले लिया था। उसने हमें कॉल किया, तो हमने एक लड़के को उसे लेने खुड़ैल भेजा था।

मंगलवार शाम को उनके फूफा का कॉल आया तो हमने उसे खोजा, लेकिन वह नहीं मिला। सीसीटीवी और पड़ोसी की दुकानवाले से पूछा तो पता चला कि वह बाड़े की ओर गया हुआ है। सीसीटीवी में भी वह पैदल जाता दिखा था। पिता के इस गुस्से से तनाव में आकर बेटा कंपेल स्थित घर आया। यहां अवैध पिस्टल लेकर घर से 500 मीटर दूर फार्म हाउस पर पहुंचा। पहले एक फायर कर पिस्टल चेक की जो दीवार पर जाकर लगी। बाद में दूसरे फायर से सीने में बंदूक रख खुद को गोली मार ली।

शनिवार को पिता बेटे की हो ट्यूटर के साथ व्याह रचाने होटल पहुंचे थे।
शनिवार को पिता बेटे की हो ट्यूटर के साथ व्याह रचाने होटल पहुंचे थे।

दादा ने बताई उस दिन की पूरी कहानी...
पाेते काे याद करते हुए दादा मांगीलाल पिंडोरिया ने बताया कि यशवंत के पिता जितेंद्र ने उससे कहा कि तू मेरा जासूस बनकर बैठा है। यही बात उसके मन काे घर कर गई और उसने सुसाइड कर लिया। उन्होंने बताया कि सुबह वह पिता जितेंद्र के साथ इंदौर गया था। खुड़ैल के पास उसके पिता ने उससे कहा कि तू घर का भेदी है और उसे वहां पर मोबाइल छुड़ाकर कार से उतार दिया।

इसके बाद उसने हमें किसी का मोबाइल लेकर कॉल किया। मैंने उसे लेने उसके एक दोस्त को भेजा। वह उसे घर तक लेकर आया। यहां मैंने उसे समझाया। इसके बाद उसने फूफा को कॉल किया और कहा कि मैंने बड़ी गलती कर दी, मेरी तरफ से पापा को सॉरी बोल देना। इसके बाद फोन रख दिया।

डॉक्टर की पत्नी, बेटा और बेटी भी पीछे से होटल पहुंच गए थे।
डॉक्टर की पत्नी, बेटा और बेटी भी पीछे से होटल पहुंच गए थे।

फूफा ने हमें कॉल कर पूछा कि चीकू यानी यशवंत कहा हैं। इसके बाद हमने उसे तलाशना शुरू किया। पड़ोस की दुकानवाले से पूछा किया यशवंत को देखा क्या तो उसने बाड़े की ओर जाने का बताया। इसके बाद मैंने उसके छोटे भाई राज को भेजा। वहां यशवंत छत पर बने खुले कमरे में पड़ा हुआ था। वहां पर हमारा चौकीदार मुकेश भी रहता है। वह दौड़ते हुए आया कहा कि जल्दी चलो। इसके बाद मैं पहुंचा तो वहां पर कुछ लोग उसे नीचे लेकर आ चुके थे। नीचे लाने के बाद हमने उनके पिता जितेंद्र को कॉल किया। वे सभी इंदौर से घर पहुंचे और यहां से बॉडी को अंतिम संस्कार के लिए लेकर चले गए। वहां पर उसका दाह संस्कार कर दिया।

इसी जगह पर यशवंत द्वारा खुद को गोली मारने की बात कही जा रही है।
इसी जगह पर यशवंत द्वारा खुद को गोली मारने की बात कही जा रही है।

इसके बाद पुलिस आई और पिता जितेंद्र और उसके दोस्त को बयान के लिए लेकर चली गई। जिस पिस्टल से उसने खुद को गोली मारी थी। उस पिस्टल को छोटे वाले नंदन ने छिपा दिया था। इस पर मैंने पूछा कि पिस्टल कहां है। उसने बताया कि मैंने वहीं पर ऊपर रख दी है। इसके बाद मैंने यशवंत के दोस्त को कहा कि पिस्टल को अच्छे से रख दे, नहीं तो पुलिस को कहां से लाकर देंगे। पुलिस ने बयान के बाद पिस्टल मांगी तो हमने दे दिया।

पुलिस को बिना जानकारी दिए ही परिजनों ने यशवंत का अंतिम संस्कार कर दिया था।
पुलिस को बिना जानकारी दिए ही परिजनों ने यशवंत का अंतिम संस्कार कर दिया था।

बच्चे की बाॅडी देख मुझे कुछ सूझ ही नहीं पड़ रही थी
दादा ने कहा कि पोते की बाडी देख कुछ समझ ही नहीं आ रहा था कि क्या करूं। हार्टअटैक से मौत हुई, यह बात मैंने नहीं कहीं। पता नहीं किसने यह कहा। मैंने तो उसके अंतिम संस्कार तक का कुछ नहीं किया। जो किया उसके पिता ने ही किया। यदि मैं कुछ कहता तो मेरा बेटा मुझ पर चिल्लाता। बेटा मुझसे अलग रहता है। मैंने अंतिम संस्कार को लेकर कहा उसके पिता आएंगे, और वहीं, बताएंगे क्या करना है। श्मसान घाट लेकर जाने के काफी देर बाद मैं वहां पहुंचा था। उसे पिस्टल कहां से मिली, हमें यह भी नहीं पता। दादा ने बताया- शादी वाले दिन पोता हमें हर पल की खबर दे रहा था। इसी बात को लेकर पिता उससे गुस्सा थे।

पुलिस उस फार्म हाउस पर पहुंची, जहां यशवंत की बॉडी मिली थी।
पुलिस उस फार्म हाउस पर पहुंची, जहां यशवंत की बॉडी मिली थी।

बेटा उस लड़की का दीवाना है
पिता बोले कि मेरा बेटा जितेंद्र उस लड़की का दीवाना है। मैं ना तो उस समय शिकायत करने की स्थिति में था ना और कुछ। उसका काफी पहले से अफेयर चल रहा था। बेटा यशवंत और उसके परिवार सहित हम सब जितेंद्र से डरते थे। वह अपने बच्चे और पत्नी को मारा करता था। बेटे की गतिविधि सही नहीं होने पर दो महीने पहले थाने में बेटे के खिलाफ आवेदन भी दिया था। उसमें लिखा था, जितेंद्र शराब पीकर उस लड़की के चक्कर में पत्नी से मारपीट करता है। बच्चों को भी पीटता है। यदि कुछ गलत हुआ तो इसका जिम्मेदार वही होगा।

उनका कई सालों से चक्कर चल रहा था। मैं उसके अफेयर को नहीं मानता, लेकिन कुछ समय पहले उसकी पत्नी मायके गई थी। मौके का फायदा उठाकर वह उस लड़की को घर लेकर आया और सुबह उसे छोड़ने गया। पोते यशवंत को शक था, इसलिए उसने सीसीटीवी फुटेज चेक किए तो पूरी बात सामने आ गई। मैंने जब उससे पूछा कि तूने उससे शादी कर ली क्या, तो पहले कहा नहीं की, फिर कहा कि कर ली और चला गया। उसे पता चला फुटेज का तो उसने यशवंत को पीटा। इसके बाद ही मैंने पुलिस को शिकायत की थी।

बेटे की ही होम ट्यूटर से रचा रहा था पिता शादी
यशवंत कक्षा 12वीं का छात्र था। उसे ही जो होम ट्यूटर पढ़ाने आती थी, उसी से डॉ. जितेंद्र शनिवार को चोरी-छिपे भंवरकुआं में एक होटल के गार्डन शादी रचाने पहुंचा था। इसका पता चलते ही पत्नी कांता, बेटा यश और राज व शादीशुदा बेटी मुस्कान मौके पर पहुंचे और डॉक्टर और होम ट्यूटर की पिटाई कर दी थी। भंवरकुआं पुलिस ने डॉ. जितेंद्र के खिलाफ धारा 151 का केस दर्ज कर उसे जेल भेज दिया था। वहीं, होम ट्यूटर युवती की शिकायत पर भंवरकुआं पुलिस ने डॉक्टर की पत्नी व बच्चों के खिलाफ मारपीट का केस दर्ज किया था।



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