इंदौर। हाल ही में अपनी उम्र से 15 साल छोटी और अपने बेटे की ट्यूटर से दूसरी शादी रचाने में विफल रहे डॉ. जितेंद्र कुमार पंडोरिया के बेटे यशवंत (16) ने मंगलवार को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। चौंकाने वाली बात यह कि डॉ. जितेंद्र ने बिना पुलिस को सूचना दिए उसका अंतिम संस्कार कर दिया। देर शाम पुलिस को गांववालों ने सूचना दी तो जांच शुरू की। पुलिस पूछताछ में डॉ. जितेंद्र द्वारा कभी गोली मारकर खुदकुशी की बात कही जा रही है तो कभी हार्टअटैक की। पुलिस सच उगलवाने के साथ अन्य बिंदुओं पर भी जांच कर रही है लेकिन प्रारंभिक जांच में कारण खुदकुशी ही सामने आ रहा है।
कम्पेल चौकी प्रभारी विश्वजीत तोमर ने बताया कि देर शाम को पुलिस को सूचना मिली कि क्षेत्र स्थित डॉ. पंडोरिया के फार्म हॉउस में उनके बेटे यशवंत की दोपहर में मौत हो गई है और पिता ने उसका चुपचाप अंतिम संस्कार भी कर दिया है। इस पर पुलिस मौके पर पहुंची। पता चला है कि दिन में यशवंत फार्म हॉउस में अकेला था। बाद में पुलिस मुक्तिधाम पहुंची और वहां से सूत्र जुटाए। जानकारी मिली है कि यशवंत अपनी ट्यूटर से पिता के अफेयर को लेकर काफी परेशान था तथा हाल ही में उसका पिता से विवाद हुआ था। इसके बाद सोमवार दोपहर पिता के जेल से छूटने के बाद फिर विवाद हुआ और यशवंत ने खुद को गोली मार ली। इस दौरान पिता भी फार्म हॉउस पर थे।
गौरतलब है कि पिछले हफ्ते डॉ. जितेंद्र भंवरकुआ थाना क्षेत्र स्थित एक होटल में ट्यूटर से शादी रचा रहे थे। तभी फेरे के दौरान उनकी पत्नी कांता बेटे यशवंत, नंदन और बेटी मोनिका को लेकर वहां पहुंची और दोनों की चप्पलों से पिटाई कर दी। इस पर डॉ. जितेंद्र ने भागने की कोशिश की लेकिन पकडकर पुलिस को सौंप दिया था। मामले में पुलिस ने डॉ. जितेंद्र के खिलाफ केस दर्ज कर गिरफ्तार किया था व जेल भेज दिया था। इस घटना के बाद यशवंत और ज्यादा परेशान हो गया था। इसके बाद मंगलवार को डॉ. जितेंद्र अपने फार्म हॉउस पर पहुंचे और फिर यशंवत से विवाद हुआ।