आगजनी के तीन आरोपियों को छुड़ाने आए आधा दर्जन बदमाश ने पुलिस पर फिल्मी स्टाइल पर हमला किया। इसके बाद आरोपियों को पुलिस वाहन से उतारकर ले गए। यह घटना मंगलवार की दोपहर की बताई जा रही है। इस घटना के बाद पुलिस ने सर्चिंग शुरू कर दी। पांच घंटे में दो आरोपियों को दबोच लिया गया। अभी भी पुलिस की पकड़ से एक आरोपी फरार है।
जानकारी के मुताबिक करीब एक महीने पर पहले अमायन थाना क्षेत्र के दो पक्षों में विवाद हुआ था। जिसमें एक पक्ष के आरोपियों ने दूसरे पक्ष की मारपीट करते हुए आगजनी की घटना को अंजाम दिया था। इस मामले में पुलिस ने दोनों पार्टियों पर क्रॉस केस कायम किया था। इस घटना में अमायन पुलिस ने भानू खटीक, बलराम और रामलखन को आरोपी बनाया था। इन तीन आरोपियों को पुलिस ने मंगलवार की दोपहर मुखबिर की सूचना पर दबोच लिया। दोपहर के समय अमायन पुलिस इन आरोपियाें को लेकर मेहगांव न्यायालय में पेश करने के लिए ला रही थी।
बदमाशों ने प्री प्लान से आरोपियों को छुड़वाने के लिए अमायन और मेहगांव के बीच तिवरिया का पुरा के पास पुलिस को घेर लिया। वे एक मारूति बैन में सवार होकर आए थे। करीब एक दर्जन बदमाश लाठी ड़डों और हथियार से लैस थे। उन्होंने पुलिस वाहन के सामने अपनी गाड़ी अड़ा दी और फिल्मी स्टाइल में हथियारों को लहराते हुए पुलिस पर टूट पड़े। बताया जाता है कि बदमाशों ने तीनों आरोपियों को हथियार की नोंक पर छुड़ाया और लेकर भाग खड़े हुए। इस दौरान पुलिस जवानों और बदमाशों से झूमाझटकी भी हुई। इस घटना की जानकारी लगते हुए मेहगांव, अमायन, भारौली और गोहद क्षेत्र का पुलिस बल बीहड़ में सर्चिंग में जुट गया। बदमाशों ने स्वयं को घिरा हुआ देखा तो वे अपने वाहन को रास्ते में छोड़कर भाग खड़े हुए। पुलिस ने पांच घंटे तक सर्चिंग की इस दौरान बलराम और रामलखन को बीहड़ से दबोच लिया है। पुलिस एक आरोपी की तलाश में जुटी हुई है।
बीहड़ में पैदल सर्चिंग पर जाने से पहले पुलिस गितौर गांव में वाहन खड़े करके गई।
गितौर गांव के पास गाड़ी छोड़कर बीहड़ में भागे बदमाश
पुलिस घिरता देख बदमाश गितौर गांव के पास अपना वाहन छोड़कर भाग खड़े हुए। इसके बाद पुलिस ने सिंध नदी के बीहड़ में सर्चिंग की। करीब पांच घंटे की मशक्कत से दो बदमाश पुलिस के हाथ आए। इस घटना से पुलिस की बदमाशों की कसावहट की कलई खुलती दिख रही है।
जमानत न मिलता देख पुलिस पर हमला का बनाया प्लान
सूत्र बताते हैं कि इन तीनों आरोपियों के पकड़े जाने के बाद परिजन व आरोपियों के साथी जेल न जाकर जमानत की फिराक में थे। जब उन्होंने वकीलों से संपर्क किया तो वकीलों ने आगजनी की घटना में तत्काल जमानत न मिलने की बात कही। इसलिए आरोपियों को छुड़ाने का प्लान तैयार करते हुए पुलिस पर हमला किया गया।
दो को पकड़ लिया, एक की तलाश जारी है
इस मामले में एसडीओपी मेहगांव राजेश राठौर का कहना है कि आगजनी के तीन आरोपियों को बदमाश व उनके परिजन छुड़ा ले गए थे। दो को पुलिस ने दबोच लिया। एक की तलाश जारी है। बदमाश ओमनी कार व बाइकों पर सवार होकर आए थे। उन पर लाठी डंडे थे। हथियार कोई नहीं था।