भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों के अंतिम संस्कार पर रोक लगा दी गई है। आदेश दिया गया है कि संदिग्ध मरीज के शव को तब तक सुरक्षित रखा जाए जब तक कि उसकी रिपोर्ट नहीं आ जाती। रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो अंतिम संस्कार सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार किया जाएगा। बता दें कि मध्यप्रदेश के इंदौर में बड़ी संख्या में संदिग्ध मरीजों की मृत्यु एवं अंतिम संस्कार की खबरें आई है। हालांकि इनमें ज्यादातर मामले ऐसे हैं जिसमें मरीज शायद किसी सरकारी अस्पताल में गया ही नहीं।
कार्यालय, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिला भोपाल से जारी आदेश क्रमांक/कोविङ-19/2020/600 भोपाल दिनांक 12 अप्रैल 2020 के अनुसार संचालनालय स्वास्थ्य सेवायें का पत्र क्र./अस्प..प्रशा./सेल-7/2020/भोपाल दिनांक 03/2020 एवं संचालनालय स्वास्थ्य सेवायें का पत्र क्र./आई.डी.एस.पी./2020/376/भोपाल दिनांक 10.04. 2020 के परिपालन में भोपाल जिले के समस्त शासकीय/अशासकीय व सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों के तहत संचालित चिकित्सालयों/नर्सिंग होम्स को निर्देशित किया जाता है कि यदि उनके संस्थानों में किसी कोराना के संदिग्ध की उपचार के दौरान मृत्यु हो जाती है तो कोरोना की रिपोर्ट आने तक मृत शरीर को सुरक्षित रखा जाये।
रिपोर्ट निगेटिव आने पर शव संबंधियो को सौंपा जाये तथा रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर संचालनालय स्वा.सेवायें द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार ही इसका अंतिम संस्कार सुनिश्चित किया जाये। निर्देशों का पालन न होने की दशा में पब्लिक हेल्थ एक्ट के प्रावधानों के तहत कार्यवाही की जायेगी।