ग्वालियर में ऊर्जा मंत्री की अहम बैठक चल रही थी और अचानक दो बार 5-5 मिनट के लिए बिजली गुल हो गई। इस पर ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर को काफी गुस्सा आया। उनके गुस्से पर GM शहर सर्कल ने तत्काल सिटी सेंटर जोन के असिस्टेंट मैनेजर जूनियर इंजीनियर को सस्पेंड कर दिया। एक अफसर को ग्वालियर कार्यालय में अटैच कर दिया गया।
ट्रिपिंग से बार-बार सिटी सेंटर एरिया में बिजली जाने से ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के उन सभी दावों की पोल खुल गई, जिसमें वह सब कुछ ठीक होने का दावा करते हैं। घटना सोमवार शाम सिटी सेंटर वन सरंक्षक ग्वालियर सर्कल के ऑफिस की है।
ग्वालियर सर्कल के सिटी सेंटर स्थित कार्यालय में वन संरक्षक से मिलने ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर पहुंचे थे। दोनों के बीच महत्वपूर्ण बैठक चल रही थी। ऊर्जामंत्री तोमर मुरैना जिले के अम्बाह के निवासियों के बारे में कुछ अहम बात कर रहे थे, तभी बिजली गुल हो जाती है। महत्वपूर्ण बैठक में बिजली गुल होना वह भी उस समय जब मध्य प्रदेश के ऊर्जा मंत्री सामने बैठे हों। ऐसे में ऊर्जामंत्री को काफी शर्मिंदा होना पड़ा।
ऊर्जा मंत्री ने फोन घुमाया तो तत्काल बिजली लौट आई। बातचीत फिर शुरू हुई तो 10 मिनट बाद फिर ट्रिपिंग हुई और लाइट फिर चली गई। इस बार तो ऊर्जा मंत्री को और भी गुस्सा आया। पांच मिनट बाद बिजली तो आ गई, लेकिन बैठक के बाद ऊर्जामंत्री तोमर ने पूरी बिजली कंपनी को हिला दिया। इसके बाद जनरल मैनेजर शहर सर्कल ने विनोद कटारे ने तत्काल सिटी सेंटर जोन सहायक प्रबंधक व फीडर प्रभारी सर्वेन्द्र चौधरी को सस्पेंड कर दिया। साथ ही उप महाप्रबंधक उच्चदाब संधारण संभाल ग्वालियर के कार्यालय में अटैच किया गया है।
ऊर्जामंत्री की बैठक में बिजली जाने के बाद असिस्टेंट मैनेजर सिटी सेंटर जोन को सस्पेंड करने के आदेश।
स्टेडियम के पास फीडर पर लोड से हुई ट्रिपिंग
- जैसा पता लगा है कि सोमवार को ऊर्जामंत्री की बैठक के समय जो बिजली गई थी वह बाल भवन, रूपसिंह स्टेडियम के पास फीडर पर ट्रिपिंग होने से हुई थी। लोड बढ़ने से बिजली कट हुई और यह समस्या खड़ी हो गई।