मध्यप्रदेश में 21 जून को वैक्सीनेशन का रिकाॅर्ड बना है। एक दिन में 16 लाख से ज्यादा वैक्सीन लगाए गए। कोरोना की संभावित तीसरी लहर की जंग के लिहाज से यह बड़ा हथियार है। प्रदेश में अब तक 1.45 करोड़ लोगों को पहला डोज लग चुका है। ऐसे में कॉलेज, कोचिंग सेंटर और सिनेमा हॉल जुलाई के पहले सप्ताह में खुलने के संकेत हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को देर शाम कहा कि लाेगों ने वैक्सीनेशन के महायज्ञ में भागीदारी की है। इसकी रफ्तार यही रही तो कॉलेज, कोचिंग सेंटर और सिनेमा हॉल को खोलने पर विचार करेंगे। प्रदेश में कॉलेज छह माह पहले 50% क्षमता के साथ खुले थे। लेकिन अप्रैल में बंद कर दिए गए थे, जबकि कोचिंग सेंटर सवा साल से बंद हैं।
सरकार ने 16 जून से रविवार को छोड़कर 6 दिन कर्फ्यू हटा लिया गया। बावजूद इसके संक्रमण नहीं बढ़ा। अब वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ने से यह फायदा मिलेगा कि कॉलेज, कोचिंग सेंटर और सिनेमा हॉल खुल सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार सिनेमा हॉल खोलने के लिए अब तक डर रही थी। लेकिन प्रदेश में कोरोना संक्रमण पूरी तरह से काबू हो चुका है और वैक्सीनेशन तेजी से बढ़ी। मध्यप्रदेश में अब तक 1.66 करोड़ से ज्यादा डोज लग चुके हैं। यानी 21 लाख लोगों को दोनों डोज लग चुके हैं। वैक्सीनेशन महा अभियान 3 जून तक चलेगा। इन 12 दिनों में 55 लाख लोगों को पहला डोज लगने की उम्मीद है। यानी 18 साल से ज्यादा उम्र की 38 से 40% आबादी को कोरोना के असर का खतरा कम हो जाएगा।
स्टॉक के 19 लाख में से 1 दिन में लग गए 16 लाख डोज
मध्य प्रदेश में महाअभियान के लिए 19 लाख डोज स्टॉक में थे। पहले दिन 10 लाख डोज लगाने का टारगेट रखा गया था, जबकि 16 लाख डोज लग गए। अब स्टॉक में सिर्फ 3 लाख डोज बचे हैं। हालांकि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है, केंद्र सरकार 5 लाख अतिरिक्त डोज दे रही है। सरकार ने 30 जून तक 50 लाख डोज लगाने का टारगेट रखा है। बता दें कि मध्यप्रदेश को केंद्र सरकार ने 30 जून तक 50 लाख डोज देना तय किया है। यानी मध्यप्रदेश को अगले नौ दिनों में कुल 55 लाख डोज मिलेंगे।
वैक्सीनेशन का असर
- 21 जून को देश में लगाए गए कुल टीकों का 20% सिर्फ एमपी में लगाए गए।
- 1 से 3 जुलाई तक फिल चलेगा अभियान।
- वैक्सीन को लेकर फैले भ्रम को दूर करने में मदद मिली।
- आदिवासी जिलों में अपेक्षा से ज्यादा लोगों ने लगवाया टीका।
- जनभागीदारी से अभियान चलाने वाला पहला राज्य बना एमपी।