राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार से 15 दिनों के अंदर 2 बार मुलाकात करने वाले प्रशांत किशोर का तीसरे मोर्चे की अटकलों पर बयान आया है। चुनावी स्ट्रैटेजिस्ट प्रशांत किशोर ने NDTV से बातचीत में कहा है कि उन्हें नहीं लगता कि तीसरा या चौथा मोर्चा BJP को टक्कर दे सकता है। उन्होंने 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए विपक्षी मोर्चे में अपनी भूमिका से भी इंकार किया है।
प्रशांत ने कहा है कि वर्तमान राजनीतिक हालातों में तीसरे मोर्चे का कोई रोल नहीं है। प्रशांत किशोर का ये बयान ऐसे समय आया है, जब शरद पवार से उनकी मुलाकात को तीसरे मोर्चे की एकजुटता के तौर पर देखा जा रहा था।
प्रशांत किशोर और शरद पवार ने सोमवार को मुलाकात की थी। इससे पहले पवार के मुंबई स्थित घर पर 11 जून को दोनों की मीटिंग हो चुकी थी। सोमवार की मीटिंग के कुछ देर बाद ही पवार ने मंगलवार दोपहर 4 बजे राष्ट्र मंच की बैठक का ऐलान किया था। राष्ट्र मंच वह संगठन है, जिसे यशवंत सिन्हा ने 30 जनवरी 2018 को मोदी सरकार के खिलाफ बनाया था।
कोरोना के बाद विपक्ष की पहली फिजिकल मीटिंग आज
कोरोना महामारी के बाद आज पहली बार विपक्षी पार्टियों के नेता वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की बजाए एक जगह इकट्ठा होकर मीटिंग करेंगे। राष्ट्र मंच के बैनर तले हो रही बैठक में 15 दलों के नेता शामिल हो सकते हैं। राष्ट्र मंच की बैठक में NCP अध्यक्ष शरद पवार पहली बार हिस्सा लेंगे। फिलहाल ये मंच राजनीतिक मोर्चा नहीं है, लेकिन भविष्य में इसके तीसरा मोर्चा बनने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।
मीटिंग में ये होंगे शामिल
NCP के नेता नवाब मलिक ने बताया कि मंगलवार को होने वाली मीटिंग में फारूक अब्दुल्ला, यशवंत सिन्हा, पवन वर्मा, संजय वर्मा, संजय सिंह, डी राजा, जस्टिस एपी सिंह, जावेद अख्तर, केटीएस तुलसी, करण थापर, आशुतोष, एडवोकेट मजीद मेमन, वंदना चवन, पूर्व चीफ इलेक्शन कमिश्नर एसवाई कुरैशी, केसी सिंह, संजय झा, सुधींद्र कुलकर्णी, कोलिन गोंजाल्विस, इकोनॉमिस्ट अरुण कुमार, घनश्याम तिवारी और प्रीतीश नंदी शामिल होंगे।
आज की बैठक के 3 मायने !
1. 2024 के आम चुनाव के लिए अभी से तीसरा मोर्चा बनाने की कवायद शुरू हो गई है।
2. प्रशांत किशोर बंगाल चुनाव में ममता की जीत के बाद उन्हें तीसरे मोर्चे का चेहरा बनाने में जुटे हैं।
3. पवार तीसरे मोर्चे के संयोजक की भूमिका निभाएंगे।
बंगाल में केंद्र और राज्य सरकार में टकराव जारी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पहले ही राष्ट्र मंच पर अपनी मुहर लगा चुकी हैं। बंगाल में ममता बनर्जी और राज्यपाल जगदीप धनखड़ के बीच भी तनातनी जारी है। इससे पहले ममता भी विपक्ष को इकट्ठा करने की कोशिश कर चुकी हैं। उन्होंने अपनी चुनावी सभाओं में कहा था कि विपक्षी पार्टियां चाहें तो मिलकर 2024 के चुनाव में मोदी को हरा सकती हैं, लेकिन अभी हमें कोरोना से लड़ने पर ध्यान देना होगा।