इंदौर। शहर में कोरोना संदिग्ध और पॉजिटिव मरीजों के साथ भी गंभीर लापरवाही बरती जा रही है। एमआरटीबी अस्पताल में भर्ती एक कोरोना संदिग्ध की रिपोर्ट नहीं आई तो उसे घर भेज दिया गया। अगले ही दिन रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो उसे सूचना दी गई। युवक ने अधिकारियों को बार-बार फोन लगाकर पूछा कि भर्ती कहां होना है लेकिन शाम तक भी उसे जवाब नहीं मिला। संदिग्ध होते हुए भी वह 24 घंटे माता-पिता और पत्नी-बच्चों के साथ रहा। इससे उनके भी संक्रमित होने का खतरा पैदा हो गया है। चांदमारी निवासी 41 वर्षीय युवक को तीन से चार अप्रैल के बीच सीने में तेज दर्द हुआ। वह एमआरटीबी अस्पताल गया, जहां से उसे दो दिनों की दवाई दी गई।
इसके बाद भी उसे राहत नहीं मिली तो सात अप्रैल को फिर टीबी एंड चेस्ट विभाग पहुंचा। वहां कोरोना की आशंका जताते हुए सैंपल लिए गए और उसे अस्पताल में भर्ती कर लिया गया। 11 अप्रैल तक रिपोर्ट नहीं मिलने पर उसे अस्पताल प्रबंधन ने घर जाने की सलाह दी। इस पर वह घर पहुंच गया। 12 अप्रैल को दोपहर उसे एमआरटीबी अस्पताल से डॉ. प्रियंका का फोन आया और पॉजिटिव होने की सूचना दी। उससे कहा गया कि वह कहीं न जाए, घर वालों से दूर रहे, हम एंबुलेंस भेज रहे हैं। एक घंटे तक एंबुलेंस का करता रहा इंतजार फोन सुनकर युवक घबरा गया और अपने घर के बाहर आकर बैठ गया। इसी दौरान नगर निगम से पहुंची टीम ने मशीन से दवाई का छिड़काव किया। यह देख आसपास के लोग भी घबरा गए। युवक घर के बाहर ही एंबुलेंस के इंतजार में दो घंटे तक बैठा रहा।
एंबुलेंस नहीं आई तो उसने वापस फोन किया लेकिन मदद नहीं मिली। उसे अस्पताल प्रबंधन ने अरबिंदो अस्पताल में खुद जाकर भर्ती होने की सलाह तक दे डाली। युवक बाइक से अरबिंदो अस्पताल की तरफ निकल गया। थोड़ी दूर पहुंचने पर उसे फोन आया और इंडेक्स मेडिकल कॉलेज में भर्ती होने के लिए कहा गया। साथ ही अपने पेपर दिखाकर वहां जाने की सलाह भी दी गई। युवक वापस अपने घर पहुंचा और मेडिकल कॉलेज के एक बड़े अधिकारी को फोन लगाकर इंडेक्स मेडिकल कॉलेज की जानकारी मांगी तो उसे जवाब मिला कि आप खुद पता कर लीजिए।
शाम 4 बजे तक नहीं मिली मदद शाम 4 बजे तक मदद नहीं मिली तो युवक खुद अपनी बाइक से एमआरटीबी अस्पताल पहुंच गया। वहां उसने अपने पॉजिटिव आने की जानकारी दी तो हड़कंप मच गया। आनन-फानन में उसे अलग कक्ष में ले जाया गया। वहीं से कर्मचारियों ने एमवाय अस्पताल के अधीक्षक पीएस ठाकुर को इसकी जानकारी दी। इसके बाद 108 एंबुलेंस से उसे इंडेक्स मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया।