भोपाल. लॉकडाउन का आज 20वां दिन है। मध्य प्रदेश में कोरोेना संक्रमितों का ग्राफ तेजी से बढ़ता जा रहा है। रविवार रात भोपाल में चौथे आईएएस अधिकारी सोमेश मिश्रा कोरोना पाॅजीटिव पाए गए। वे चिकित्सा शिक्षा विभाग में पदस्थ हैं। उन्हें चिरायु अस्पताल में भर्ती कराया गया। इससे पहले जे विजय विजय कुमार, पल्लवी जैन गोविल और गिरीश शर्मा भी कोरोना संक्रमित मिले थे। भोपाल में अब तक 143 संक्रमित हो गए हैं। जबकि 3 मौतें हो गईं हैं। जबकि इंदौर में रविवार में 8 नए केस मिले और दो ने दम तोड़ा। यहां अब तक 306 संक्रमित और 32 की मौत हो चुकी है। प्रदेश में 566 कोरोना पॉजिटिव हैं और 40 की मौत हो गई है।
आज शाम तक 1200 पैंडिंग सैंपल की जांच रिपोर्ट आनी है। ये सैंपल इंदौर से रविवार को स्टेट प्लेन से दिल्ली भेजे गए थे। पहले भी 500 नमूने भेजे जा चुके हैं। कुल 1700 सैंपल की जांच रिपोर्ट आज ही आएगी। इससे स्पष्ट हो सकेगा कि अब तक प्रदेश में कुल कितने संक्रमित मरीज हैं। इसके साथ सरकार ने दिल्ली से दवाएं भी मंगाई हैं। इसमें 10 लाख 50 हजार हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन और 80 हजार एजीथ्रोमाइसिन टैबलेट हैं, जो गले में इंफेक्शन के दौरान दी जाती हैं। कोरोना संदिग्धों के सैंपल लेकर गए विमान से ही ये दवाएं लाई गई हैं।
पाल में हर दिन कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं। अब मुख्य रूप से पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित हो रहे हैं। पिछले एक सप्ताह से लगातार संक्रमित पुलिसकर्मी या उनके परिजन के नाम सामने आ रहे हैं। रविवार को नेहरू नगर का एक पुलिसकर्मी संक्रमित मिला। इससे पहले संक्रमित आरक्षक की 12 साल की बेटी भी कोरोना पॉजिटिव पाई गई। मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी प्रभाकर तिवारी ने बताया कि भोपाल में कोरोना से राजधानी में रविवार को एक आईएएस अफसर समेत 9 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसके साथ ही भोपाल में संक्रमितों का आंकड़ा 140 तक पहुंच गया। उधर, कोरोना पॉजिटिव इमरान खान की मौत हो गई। हालांकि वह कैंसर पीड़ित थे और अस्पताल आने के पहले ही उनकी मौत हो चुकी थी। इसके बाद शव से सैंपल लिए गए, जिसमें कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई। राजधानी में अब तक तीन लोगों की कोरोना से मौत हुई और तीनों की मौत के बाद ही कोरोना की पुष्टि हुई। तीनों को श्वास संबंधी बीमारियां थीं। भोपाल में अब तक चार आईएएस समेत स्वास्थ्य विभाग के 85, जमाती 20, पुलिसकर्मी और परिजन 20 और अन्य 15 लोग शामिल हैं।
इंदौर: विशेष विमान से जांच के लिए दिल्ली भेजे 1200 सैंपल
शहर के अलग-अलग इलाकों से कोरोना संदिग्ध मरीजों के करीब 1400 सैंपल की जांच पेंडिंग है। इसे देखते हुए प्रशासन ने कुछ तेज कदम उठाए हैं। रविवार को इंदौर से विशेष विमान से 1200 सैंपल जांच के लिए दिल्ली भेजे गए। सैंपल के बॉक्स रखने के लिए विमान की सीटें निकाली गई थीं ताकि अधिक से अधिक सैंपल ले जाए जा सकें। प्रदेश के अन्य शहरों से भी सैंपल इस विमान से भेजे गए हैं। सैंपल की जांच नोएडा स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) की लैब में की जाएगी। यहां से सोमवार देर रात तक जांच रिपोर्ट मिलने की उम्मीद है। इंदौर में सैंपल का बढ़ता बैकलॉग फिलहाल खत्म हो गया है। कुछ की जांच इंदौर में ही की जा रही है।
इटारसी में 5 नए मरीज, अब तक 15
इटारसी में रविवार को कोरोना के पांच और केस मिले। इन्हें भोपाल रैफर किया गया है। चार केस जीन मोहल्ला और एक हाजी मंजिल का है। कुल 15 केस हो गए हैं जो कि छोटे शहरों के तुलना में प्रदेश में सबसे ज्यादा हैं। चिंताजनक स्थिति है कि बड़े शहरों में भी इटारसी से मप्र में केवल इंदौर, भोपाल, उज्जैन और खरगोन ही आगे हैं। सभी मरीजों की हालत स्थिर है। अफसरों ने बाहर से लौटे लोगों को ट्रेस करने के लिए लोकेशन हिस्ट्री निकालना शुरू कर दी है।
जबलपुर में एक कोरोना पॉजिटिव मरीज मिला
जबलपुर में 11 कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। रविवार को विक्टोरिया अस्पताल से 21 सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे, इनमें से सराफा बाजार कोतवाली निवासी सुरेंद्र सोनी (70 साल) की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। कोरोना के लक्षण आने पर सुरेंद्र को 10 अप्रैल को विक्टोरिया अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया था। सुरेंद्र में कोरोना के लक्षण 1 अप्रैल से ही सामने आ रहे थे। स्वास्थ्य विभाग कोरोना पॉजिटिव के संपर्क में आए लोगों के बारे में जानकारी जुटा रहा है। सुरेंद्र ने पिछले कई दिनों से किसी अन्य शहर की यात्रा भी नहीं की थी। सुरेंद्र को विक्टोरिया से मेडिकल कॉलेज अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड भेजा गया है।
होशंगाबाद: 22 साल बाद सरोगेसी से मां बनीं बीएमओ, बच्चों को भैया-भाभी के हवाले कर फिर ड्यूटी पर डटीं
आमजन को कोरोनावायरस से बचाने के लिए अग्रिम मोर्चे पर लड़ रहे डाॅक्टरों ने इसके लिए अपनी निजी जिंदगी और परिवार को भी दरकिनार कर दिया है। बाबई की बीएमओ डाॅ. शोभना चौकसे शादी के 22 साल बाद सरोगेसी से मां बनीं, लेकिन वे मातृत्व सुख और बच्चों की परवरिश को छोड़कर लगातार ड्यूटी पर तैनात हैं। प्रसूति विशेषज्ञ डाॅ. चौकसे ने 26 मार्च को जुड़वां बच्चों को जन्म दिया था। चूंकि बीएमओ की जिम्मेदारी चौकसे के पास है, इसलिए दिनभर ड्यूटी कर रही हैं। डाॅ. चौकसे ने बताया कि कोरोना ड्यूटी के कारण उन्होंने बच्चों की परवरिश के लिए अपने भैया और भाभी को बुला लिया है। दोनों बच्चों के नाम उन्होंने अंश और वंश रखे हैं।