मुंबई: मुंबई के घनी आबादी वाले स्लम धारावी में कोरोना वायरस संक्रमण के 25 से भी ज़्यादा मामले सामने आने के बाद शनिवार को इस इलाके में लोगों की स्क्रीनिंग शुरू की गई. इस इलाके में बीएमसी के साथ ही निजी डॉक्टर भी स्क्रीनिंग कर रहे हैं. कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण के खतरे को पूरी तरह काबू में करने के लिए धारावी में रहने वाले सभी साढ़े सात लाख लोगों की स्क्रीनिंग की जाएगी. एशिया के सबसे बड़े स्लम धारावी में कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण के मामले सामने आने के बाद शनिवार के दिन पूरे इलाके में लोगों की स्क्रीनिंग शुरू की गई है. घनी आबादी वाले धारावी में करीब साढ़े सात लाख लोग रहते हैं जिनकी स्क्रीनिंग अगले कुछ दिनों में की जाएगी. जांच कर रहे एक डॉक्टर ने कहा कि ''हम डोर टू डोर स्क्रीनिंग कर रहे हैं. इसमें देख रहे हैं कि पेशेंट को कफ, कोल्ड की कोई हिस्ट्री है क्या? क्या वो किसी कोरोना वायरस संक्रमित मरीज़ के संपर्क में आया है, या फिर उसकी कोई ट्रेवल हिस्ट्री है? अगर ऐसा पाया जाता है तो उस व्यक्ति को हम अलग कर उसकी जांच करते हैं.'' घनी आबादी वाले धारावी में सरकार के निर्देशों के बावजूद सोशल डिस्टेंस का पालन करना बहुत ही मुश्किल है. कई जगहों पर पब्लिक टॉयलेट का इस्तेमाल करने के कारण भी संक्रमण का खतरा बना हुआ है. इसलिए यहां सभी की जांच की जा रही है. सांसद राहुल शेवाले का कहना है कि ''बीएमसी और पुलिस के साथ कई लोग यहां काम कर रहे हैं और हमें विश्वास है कि आने वाले दस दिनों में सभी की स्क्रीनिंग करने पर हालात में सुधार आएंगे.'' इस बीच शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य में बढ़ते कोरोना वायरस (Coronavirus) के मामलों को देखते हुए 30 अप्रैल तक लॉकडाउन बढ़ाने की बात कही. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है कि लॉकडाउन जो पहले 14 अप्रैल को खत्म होने वाला था, उसे अब कम से कम 30 अप्रैल तक जारी रखा जाएगा ताकि कोरोना पर जल्द ही काबू पाया जा सके.
मुंबई के घनी आबादी वाले स्लम धारावी में कोरोना वायरस संक्रमण के 25 से भी ज़्यादा मामले सामने आने के बाद शनिवार को इस इलाके में लोगों की स्क्रीनिंग शुरू की गई. इस इलाके में बीएमसी के साथ ही निजी डॉक्टर भी स्क्रीनिंग कर रहे हैं. कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण के खतरे को पूरी तरह काबू में करने के लिए धारावी में रहने वाले सभी साढ़े सात लाख लोगों की स्क्रीनिंग की जाएगी.
एशिया के सबसे बड़े स्लम धारावी में कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण के मामले सामने आने के बाद शनिवार के दिन पूरे इलाके में लोगों की स्क्रीनिंग शुरू की गई है. घनी आबादी वाले धारावी में करीब साढ़े सात लाख लोग रहते हैं जिनकी स्क्रीनिंग अगले कुछ दिनों में की जाएगी.
जांच कर रहे एक डॉक्टर ने कहा कि ''हम डोर टू डोर स्क्रीनिंग कर रहे हैं. इसमें देख रहे हैं कि पेशेंट को कफ, कोल्ड की कोई हिस्ट्री है क्या? क्या वो किसी कोरोना वायरस संक्रमित मरीज़ के संपर्क में आया है, या फिर उसकी कोई ट्रेवल हिस्ट्री है? अगर ऐसा पाया जाता है तो उस व्यक्ति को हम अलग कर उसकी जांच करते हैं.''
घनी आबादी वाले धारावी में सरकार के निर्देशों के बावजूद सोशल डिस्टेंस का पालन करना बहुत ही मुश्किल है. कई जगहों पर पब्लिक टॉयलेट का इस्तेमाल करने के कारण भी संक्रमण का खतरा बना हुआ है. इसलिए यहां सभी की जांच की जा रही है.
सांसद राहुल शेवाले का कहना है कि ''बीएमसी और पुलिस के साथ कई लोग यहां काम कर रहे हैं और हमें विश्वास है कि आने वाले दस दिनों में सभी की स्क्रीनिंग करने पर हालात में सुधार आएंगे.''
इस बीच शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य में बढ़ते कोरोना वायरस (Coronavirus) के मामलों को देखते हुए 30 अप्रैल तक लॉकडाउन बढ़ाने की बात कही. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है कि लॉकडाउन जो पहले 14 अप्रैल को खत्म होने वाला था, उसे अब कम से कम 30 अप्रैल तक जारी रखा जाएगा ताकि कोरोना पर जल्द ही काबू पाया जा सके.