सिंगरौली। कलेक्टर श्री केवीएस चौधरी ने रिलायंस पावर प्लांट के खिलाफ मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं। इस प्लांट में स्थित एक बांध जिसमें पानी और राख भरी हुई थी। दिनांक 10 अप्रैल 2020 को शाम 5:00 बजे टूट गया था। इसके कारण 2 लोगों की मृत्यु हो गई थी जबकि 4 लोग लापता थे। पिछले 16 घंटे (यह समाचार दिनांक 12 अप्रैल को 12:30 बजे लिखा गया) में कलेक्टर सिंगरौली की ओर से कोई अपडेट नहीं आया है। लापता लोग मिले या नहीं जिंदा है या नहीं रेस्क्यू ऑपरेशन में क्या हुआ, कलेक्टर सिंगरौली ने नहीं बताया है। राजनीति में लोग तो यहां तक कहते हैं कि शिवराज सिंह का रिलायंस की कंपनी सासन अल्ट्रा मेगा पावर प्लांट से बिल्कुल वही रिश्ता है जो स्वर्गीय श्री राजीव गांधी का यूनियन कार्बाइड से हुआ करता था।
सिंगरौली में रिलायंस पावर प्लांट के कारण कितनी मौतें, कितना नुकसान हुआ
मध्यप्रदेश के सिंगरौली में रिलायंस पावर प्लांट के कारण कुल कितनी मौतें हुई और कितना नुकसान हुआ इसका आकलन अब तक नहीं हो पाया है लेकिन ग्रामीण बताते हैं कि करीब 200 एकड़ की जमीन बर्बाद हो गई। इस जमीन पर बने घर तालाब खेत सब बर्बाद हो गए। सैकड़ों पशु मलबे में दब गए। दो ग्रामीणों के शव मिले हैं जबकि रिलायंस के कर्मचारियों की भी मौत हुई है जिसे छुपाया जा रहा है। प्रशासन ने स्वीकार किया है कि चार ग्रामीण लापता है जबकि ग्रामीणों का कहना है कि एक दर्जन से ज्यादा लोग गायब हैं। आसपास का पूरा इलाका राख के मलबे में तब्दील हो गया है।
कलेक्टर ने प्रेस को बताया कि हादसे के लिए रिलायंस जिम्मेदार
क्योंकि मामला रिलायंस पावर प्लांट का है इसलिए पूरे विश्वास के साथ नहीं कहा जा सकता कि कलेक्टर के हस्ताक्षर से जारी दस्तावेज के शब्द क्या है परंतु कलेक्टर श्री चौधरी ने मीडिया को दी जानकारी में यह बताया है कि रिलायंस पावर प्लांट को पूर्व में एश डाइक (वह बांध जिसमें प्लांट की राख और पानी भरा होता है) के संबंध में कारण बताओ सूचना पत्र कार्यालय कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी सिंगरौली के आदेश क्रमांक 3166 दिनांक 4 अक्टूबर 2019, आदेश क्रमांक 2381 दिनांक 22 अक्टूबर 2019 आदेश क्रमांक 3666 दिनांक 30 नवंबर 2019, आदेश क्रमांक 834 दिनांक 17 दिसंबर 2019 जारी किए गए थे। जिन पर उचित कार्रवाई न करने के कारण यह हादसा हुआ है।
मुआवजा, नौकरी और कड़ी कार्रवाई का आश्वासन
कलेक्टर ने प्रेस को बताया है कि इस हादसे के लिए जिम्मेदार परियोजना अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा रिलायंस परियोजना द्वारा लिखित में दिया गया है कि वयस्क मृतक को 10 लाख रुपए एवं बच्चों के परिजनों को 5 लाख रुपए मुआवजा दिया जाएगा। उत्तराधिकारी को नौकरी एवं आश्रित ₹7950 (शासकीय प्रचलित दर) जीवन निर्वाह भत्ता दिया जाएगा।
शिवराज सिंह का लाडला है रिलायंस पावर प्लांट
यहां बताना जरूरी है कि सिंगरौली में स्थापित हुआ रिलायंस पावर प्लांट मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का लाडला प्रोजेक्ट है। श्री शिवराज सिंह अपनी उपलब्धियों में गर्व के साथ इसका जिक्र करते हैं। इस को फायदा पहुंचाने के लिए सीएम श्री शिवराज सिंह ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को सिफारिश वाला पत्र भी लिखा था।
दोस्ती तो कमलनाथ और दिग्विजय सिंह से भी है
जब बात रिलायंस कंपनी से रिश्तो की हो रही है तो यह बताना भी जरूरी है कि राजनीति में रिलायंस के दोस्तों की लिस्ट में अकेले शिवराज सिंह का नाम नहीं आता बल्कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह का नाम भी आता है। लोग कहते हैं कि रिलायंस से सबसे अच्छी दोस्ती कमलनाथ की है। उन्होंने ही शिवराज के साथ रिलायंस के संबंध बनवाए थे।